नयी दिल्ली 22 जून, भारत ने आज स्पष्ट किया कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस को भी भारत के इस रुख से अवगत करा दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने नियमित ब्रीफिंग में संवाददाताओं के यह पूछे जाने पर कि क्या संयुक्त राष्ट्र महासचिव कश्मीर समस्या के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं, यह जानकारी दी। उन्होंने कहा,“ भारत का इस मुद्दे पर रुख एकदम स्पष्ट है कि द्विपक्षीय मुद्दों का समाधान द्विपक्षीय बातचीत से ही किया जा सकता है और यह बात संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी बता दी गयी है। ” उल्लेखनीय है कि श्री गुटरेस ने हाल ही में न्यूयार्क में संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा था कि वह कश्मीर मुद्दे के समाधान के संबंध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से तीन बार और भारत के प्रधानमंत्री से दो बार मिल चुके हैं। श्री गुटेरस ने इसी महीने 3 तारीख को रूस में श्री मोदी से मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार समझा जाता है कि इस मुलाकात के दौरान ही श्री मोदी ने श्री गुटेरस को इस मुद्दे पर भारत के रुख से अवगत करा दिया था। श्री गुटेरस शंघाई सहयोग संघ की बैठक में भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और श्री मोदी से मिले थे। श्री गुटेरस और श्री मोदी की अगले महीने जर्मनी में जी- 20 शिखर सम्मेलन में भी मुलाकात होने की संभावना है। ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के सवाल पर हमेशा से सतर्क प्रतिक्रिया करता रहा है क्योंकि भारत हमेशा से कहता रहा है कि कश्मीर मुद्दे का समाधान द्विपक्षीय स्तर पर ही हो सकता है।
शुक्रवार, 23 जून 2017
भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा, कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की जरूरत नहीं
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें