मंदसौर जिले की हिंसा मामले की जांच के लिए जैन आयोग गठित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 13 जून 2017

मंदसौर जिले की हिंसा मामले की जांच के लिए जैन आयोग गठित

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भोपाल, 12 जून, मध्यप्रदेश सरकार ने हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर जिले में गोलीचालन के दौरान पांच व्यक्तियों की मौत के मामले में आज एक सदस्यीय जांच आयोग को गठन कर दिया, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य शासन ने मंदसौर जिले में 6 जून आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा में आंदोलनकारियों पर बल प्रयोग किये जाने से पांच व्यक्तियों की मृत्यु की घटना की जांच के लिये यह आयोग गठित किया है। उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जे के जैन की अध्यक्षता में गठित यह एकल सदस्यीय जांच आयोग अपने गठन की अधिसूचना के मध्यप्रदेश राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से तीन माह के अंदर जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को प्रस्तुत करेगा। आयोग का मुख्यालय इंदौर रहेगा। सूत्रों के अनुसार जांच आयोग पांच बिन्दुओं की जांच करेगा। उपरोक्त घटना किन परिस्थितियों में घटी। पुलिस द्वारा जो बल प्रयोग किया गया, क्या वह घटनास्थल की परिस्थितियों को देखते हुए उपयुक्त था या नहीं और यदि नहीं तो इसके लिये दोषी कौन है। क्या जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने तत्समय निर्मित परिस्थितियों और घटनाओं के लिये पर्याप्त एवं सामयिक कदम उठाये थे। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस संबंध में यथोचित सुझाव भी आयोग देगा। इसके अलावा ऐसे अन्य विषय, जो जांच के अधीन मामले में आवश्यक या अनुषांगिक हों, जांच बिंदुओं में शामिल रहेंगे। राज्य में एक जून से प्रारंभ हुए किसान आंदोलन के बीच पांच जून से यह उग्र हो गया था। इसी बीच मंदसौर जिले के पिपल्यामंडी में छह जून को गोलीचालन में पांच किसानों की मौत हो गयी थी। एक अन्य किसान की मृत्यु हृदयाघात के कारण हुयी। इस आंदाेलन के दो दिन बाद एक व्यक्ति ने भी दम तोडा था। कथित रूप से वह प्रदर्शन के दौरान हिंसक झडप में घायल हो गया था। बाद में इंदौर में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गयी थी।

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