वाशिंगटन, 110 जून, कतर और उसके पड़ोसियों के बीच राजनयिक तनातनी के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोहा पर आतंकवाद का वित्त पोषण करने का आरोप लगाया और कतर एवं अन्य देशों से ‘‘घृणा सिखाना’’ बंद करने को कहा। ट्रंप ने यहां यात्रा पर आए रोमानिया के राष्ट्रपति क्लाउस जोहानिस के साथ व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘:आतंकवाद का: वित्त पोषण बंद करो। घृणा सिखाना बंद करो।’’ ट्रंप ने कड़े शब्दों में आरोप लगाया कि कतर ‘‘उच्चतम स्तर पर’’ आतंकवाद का वित्त पोषण करता है और उन्होंने ऐसा कर रहे अन्य देशों से तत्काल प्रभाव से ऐसा करना बंद करने को कहा। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह दुर्भाग्य की बात है कि कतर ऐतिहासिक रूप से अत्यधिक उच्च स्तर पर आतंकवाद का वित्त पोषक रहा है। ..देश एकजुट हुए और उन्होंने मुझसे कतर के व्यवहार को लेकर उनका सामना करने पर बात की।’’ अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैंने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन, हमारे महान जनरलों एवं सैन्यकर्मियों के साथ मिलकर निर्णय लिया कि अब समय आ गया है कि कतर से यह वित्त पोषण बंद करने को कहा जाए। उसे यह वित्त पोषण बंद करना होगा। ’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं सभी देशों से अपील करना चाहता हूं कि वे आतंकवाद का समर्थन करना बंद करें, लोगों को अन्य लोगों की हत्या करना सिखाना बंद करें, उनके दिमाग में घृणा एवं असहिष्णुता की भावनाएं भरना बंद करें। मैं अन्य देशों का नाम नहीं लूंगा लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। हम समस्या का समाधान करेंगे। हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है।’’ ट्रंप की ये टिप्पणियां ऐसे समय आई हैं जब उनके शीर्ष राजनयिक रेक्स टिलरसन ने सउदी अरब और उसके अन्य क्षेत्रीय सहयोगियों से कतर के साथ गतिरोध में नरमी लाने का अनुरोध किया है और कहा है कि इससे क्षेत्र में अमेरिकी सेना की गतिविधियां तथा इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है। बहरीन, मिस्र, सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर से संबंध खत्म कर लिए हैं और उस पर कट्टरपंथी समूहों का साथ देने का आरोप लगाया है।
रविवार, 11 जून 2017
आतंकवाद का वित्त पोषण करना, घृणा सिखाना बंद करे कतर : ट्रंप
Tags
# विदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
विदेश
Labels:
विदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें