महागठबंधन अटूट इसे बार-बार बताने की जरूरत नहीं : लालू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 29 जून 2017

महागठबंधन अटूट इसे बार-बार बताने की जरूरत नहीं : लालू

mahagathbandhan-unite-lalu-yadav
पटना 28 जून, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार के आज नामांकन किये जाने का स्वागत किया और कहा कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन पूरी तरह से अटूट है और इसे बार -बार बताने की जरूरत नहीं । श्री यादव चारा घोटाले के एक मामले में अदालत में पेशी होने के लिये रांची रवाना होने से पूर्व यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन पूरी तरह से अटूट है और घटक दलों के नेताओं में कोई मतभेद नहीं है । उन्होंने महागठबंधन के बड़े घटक राजद और जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के बीच कथित रूप से तल्खी के लिये सिर्फ मीडिया जिम्मेवार ठहराया । राजद अध्यक्ष ने कहा कि यह मीडिया की ही देन है जो महागठबंधन में फूट डालने की कोशिश कर रहा है लेकिन इसमें कभी सफलता नहीं मिलेगी । उन्होंने विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार के आज नामांकन भरे जाने पर उन्हें शुभकामनाएं दी । उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की ओर से श्रीमती मीरा कुमार की उम्मीदवारी पर सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक राजद और जदयू में तकरार बढ गयी थी । इसी को लेकर दोनों दलों के नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी भी हुयी । इसके बाद महागठबंधन में बढ़ते कलह को दूर करने के लिये राजद अध्यक्ष श्री यादव और मुख्यमंत्री एंव जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपने-अपने प्रवक्ताओं को संयम बरतने को कहा था । गैर जिम्मेदाराना बयान दिये जाने के कारण ही राजद ने प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिन्हा को पद से भी हटा दिया था ।

कोई टिप्पणी नहीं: