वाशिंगटन, 27 जून, भारत और अमेरिका ने आतंकवाद को प्रश्रय देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लेने के साथ ही पाकिस्तान से मुंबई और पठानकोट आतंकी हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने की कार्रवाई तेज करने करने को कहा है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच यहां हुई बैठक के बाद जारी संयुक्त घोषणा पत्र में श्री ट्रम्प ने कहा, “भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित रहे हैं, हम कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से मिटाने का संकल्प लेते हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने पड़ोसी देश पाकिस्तान से मुंबई और पठानकोट में हुए आतंकी हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने की कार्रवाई तेज करने काे कहा। संयुक्त बयान के मुताबिक परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में भारत के साथ वैश्विक साझेदार बने अमेरिका ने परमाणु आपूर्तिकता समूह (एनएसजी), वासेनार व्यवस्था और रासायनिक एवं जैविक हथियारों से संबंधित प्रौद्योगिकियों के निर्यात नियंत्रण पर लगाम लगाने के उद्देश्य से बनाये गये अनौपचारिक समूह ‘आस्ट्रेलिया ग्रुप’ में भारत की सदस्यता की दावेदारी का पुरजोर समर्थन भी किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भी भारत को स्थायी सदस्यता दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों पक्षों ने अल कायदा, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, दाउद इब्राहिम की ‘डी कंपनी’ और उसकी सहयोगियों कंपनियों से पैदा होने वाले खतरों से निबटने के लिए सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प लिया। भारत ने हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहउद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए अमेरिका की सराहना करते हुए कहा कि यह सभी प्रकार के आतंकवाद को खत्म करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
बुधवार, 28 जून 2017
पाक के खिलाफ भारत को मिला अमेरिका का साथ
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