- यू.जी.सी रेगुलेशन व आर्ट काॅलेज प्राचार्य के मसले पर हुई वार्ता, दोनो ही अधिकारियों ने कार्रवाई का दिया आश्वासन।
पटना:- आॅल इण्डिया स्टूडेन्टस फेडरेशन का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज पटना विश्वविद्यालय कुलसचिव डा. रविन्द्र कुमार एवं कुलानुशासक जी.के. पिल्लई से उन्के कार्यालय में मिला। प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारीद्वय से कहा कि यू.जी.सी. रेगुलेशन 2016 एकेडमिक काउन्सिल एवं सिंडिकेट से पारित होकर अबतक राजभवन पहुॅंच जाना चाहिए था जिससे राजभवन की स्वीकृति प्राप्त होते ही नए विद्यार्थियों के शोध का रास्ता साफ होता। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूरं मसले पर पी.यू प्रशासन गंभीर नही है जिसके कारण रिसर्च की इच्छा रखने वाले नए विद्यार्थियों का रासता बंद है, पीआरटी की नई परीक्षा भी बाधित है वही कई विद्यार्थियों का जेआरएफ लैप्स होने के कगार पर है। पीयू कुलसचिव ने इससे संबंधित फाइल कुलपति के यहाॅ लंबित होने की बात कहते हुए शीघ्र ही राजभवन भेजने और राजभवन की स्वीकृति प्राप्त होते ही सारी प्रक्रियाओं को शुरु कराने की बात कही। आर्ट काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य को आर्ट काॅलेज जाने से रोकने की मांग करते हुए प्रतिनिधिमंडल ने दोनो ही अधिकारियों से कहा कि यदि प्रभारी प्राचार्य पुनः काॅलेज पहुचते हैं तो तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी। बेहतर यह है कि त्रिस्तरीय वार्ता में किए गए वादे को विश्वविद्यालय प्रशासन पूरा करें जिसमें यह तय हुआ था कि प्रभारी प्राचार्य को हटाया जाएगा। उनकी जगह नए प्राचार्य को बनाया जाएगा तथा विश्वविद्यालय प्रशासन स्थाई प्राचार्य की बहाली की प्रक्रिया में आगे बढ़ेगा। नए प्राचार्य के तौर पर प्रो0 अरुण कमल को दो माह के लिए बनाया भी गया लेकिन पुनः उनको हटाकर पुराने प्रभारी प्राचार्य को घर से काॅलेज चलाने के लिए छोड़ दिया गया जबकि प्रभारी प्राचार्य चन्द्रभूषण श्रीवास्तव को छात्र किसी भी सूरत में स्वीकार नही करेगंें। दोनो ही अधिकारियों ने उत्पन्न स्थिति पर च्ंिाता व्यक्त करते हुए छात्रों को भरोसा में लेकर कुलपति के साथ विमर्श कर शीघ्र रास्ता निकालने की बात कहीं। छात्रों का प्रतिनिधिमंडल कुलपति से भी मिलने पहुॅंचा। कुलपति के बैठक में व्यस्त होने के कारण प्रतिनिधिमंडल से वार्ता नही हीे पाई। प्रतिनिधिमंडल में एआईएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार, पीयू सचिव संदीप कुमार, मनीष कुमार एवं शेखर सुमन शामिल थे।
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