रांची 27 जुलाई, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने महागठबंधन से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोग से मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार को मौकापरस्त नेता करार दिया और कहा कि उन्होंने तो नीतीश को शिव की तरह आर्शीवाद दिया था लेकिन वह भष्मासुर निकले। चारा घोटाले के मामले में अदालत में पेशी के बाद श्री यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में महागठबंधन के पूर्व साथी रहे नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और कहा, “नीतीश कुमार ने राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया है। बिहार की जनता ने महगठबंधन को जनमत दिया था जिसका अपमान नीतीश कुमार ने किया है। यह राज्य की करोड़ों जनता के साथ धोखा है। हमने तो नीतीश को भगवान शिव की तरह आर्शीवाद दिया था लेकिन वह भष्मासुर निकले।” राजद अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा से रिश्ते तोड़ने के बाद कहा था कि मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन भाजपा के साथ नहीं जायेंगे लेकिन आज एक बार फिर वह भाजपा की गोद में बैठ गये हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डीएनए में दोष बताया था लेकिन आज वह उन्ही मोदी के साथ हो गये। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर यह चक्रव्यूह रचा है। भाजपा के साथ हाथ मिलाने से यह साफ हो गया कि साम्प्रदायिकता का विरोध नीतीश का महज ढोंग भर है। उन्होंने कहा, “तेजस्वी तो बहाना था नीतीश को भाजपा की गोद में जाना था।”
श्री यादव ने श्री कुमार के शराबबंदी को ढोंग बताया और कहा कि राज्य में शराबबंदी के नाम पर ढोंग किया जा रहा है। पूरे राज्य में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। बिहार में दूसरे राज्यों से जमकर शराब आ रही है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार कफन में जेब नहीं होने की बात करते हैं लेकिन उनके कफन में जेब नहीं बल्कि झोला है। राजद अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के इशारे पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और केन्द्रीय एजेंसियों ने उनके आवास सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इस साजिश में भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को उनकी छवि खराब करने का जिम्मा सौंपा गया था। उन्होंने श्री मोदी पर कई घोटालों में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह महज श्री कुमार के स्टेपनी भर हैं। उन्होंने श्री कुमार को सत्तालोलुप करार दिया और कहा कि नीतीश के फैसले से गांव-गांव के लोग नाराज है। श्री यादव ने कहा कि बिहार की जनता जागरूक है और समय आने पर श्री कुमार को जवाब जरूर देगी। उन्होंने राज्य की जनता पर अपनी पकड़ का हवाला देते हुए कहा कि यदि श्री कुमार को खुद पर ज्यादा भरोसा है तो वह चुनाव अखाड़े में उतरकर देख लें।
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