नयी दिल्ली 15 जुलाई, राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) ने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आॅफ असम (उल्फा) के प्रमुख कमांडरों परेश बरूआ और मुकुल हजारिका के खिलाफ देश के विरूद्ध जंग छेड़ने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के मामले में आरोप पत्र दायर किया है। एनआईए के अनुसार यह आरोप पत्र एजेन्सी के गुवाहाटी स्थित विशेष न्यायालय में आज दायर किया गया। गृह मंत्रालय ने वर्ष 2013 में जांच एजेन्सी को इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दी थी। परेश बरूआ अभी म्यांमार में जबकि मुकुल हजारिका दोनों ब्रिटेन में है और भारत की एजेन्सियों ने दोनों को भगोडा घोषित कर रखा है । इस मामले में संगठन के एक अन्य सदस्य गगन हजारिक के खिलाफ भी आरोप पत्र दायर किया गया है जो एजेन्सी की गिरफ्त में है। जांच एजेन्सी ने कहा है कि वह उल्फा नेता दृष्टि राजखोवा और अन्य के खिलाफ अपनी जांच आगे जारी रखेगी। जांच एजेन्सी ने कहा है कि उसके पास आरोपियों के खिलाफ सभी तरह के पर्याप्त सबूत हैं जिनसे पता चलता है कि वे देश और विदेशों में नये कैडर की भर्ती, और उग्रवादी गतिविधियों के लिए शिविरों का आयोजन करते हैं। वे उगाही के लिए फिरौती और अपहरण के मामलों में भी शामिल हैं। ये लोगों को भारतीय सुरक्षा बलों पर हमले और सरकारी प्रतिष्ठानों तथा ढांचागत सुविधाओं में तोड फोड के लिए उकसाते हैं जो देश के खिलाफ लड़ाई छेड़ने के समान है।
रविवार, 16 जुलाई 2017
एनआईए ने किया बरूआ और हजारिका के खिलाफ आरोप पत्र दायर
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