पटना। ईसाई समुदाय बखूबी निभाते हैं.राष्ट्रीय और धार्मिक कर्तव्य । भारत कल्याणकारी और धर्मनिरपेक्ष राज्य है। नागरिक अपने विवेक से धर्मपालन करते हैं। संविधान के तहत राज्य में रहने वालों को समान अधिकार प्राप्त हैं। वहीं अल्पसंख्यकों को विशेष अधिकार दिया गया है। इस विशेष अधिकार को प्राप्त करने के लिये संस्था बना लेते हैं। संस्था के बाईलॉज (दस्तावेज ) के नियम-कानून में लोगों का कल्याण और विकास करने की बात की जाती है। ईसाई समुदाय ने पी.एम.नरेन्द्र मोदी और सी.एम.नीतीश कुमार से आग्रह किये है कि धार्मिक स्थलों पर भ्रमण करने के लिए अनुदान निर्गत करें। आगे कहा कि * मुस्लिम अल्पसंख्यक की तरह ईसाई समुदाय के साथ व्यवहार हो।
* सामाजिक-आर्थिक में हाशिए पर रहने वाले ईसाई समुदाय का विकास हो।
* इस समुदाय के लोगों को तीर्थ स्थल पर जाने के लिये अनुदान दिया जाये।
* येसु ख्रीस्त के जन्म स्थान इस्रायल के बेतलेहम।
* भारत में 20 दिनों का धार्मिक पर जाने पर अनुदान।
* राज्य सभा, विधान परिषद,आयोग, समिति,निगम आदि में मनोनीत करना।
* इस समुदाय के द्वारा संचालित शिक्षा,चिकित्सा,चर्च आदि में पूर्ण सुरक्षा प्रदान करना।
* कब्रिस्तान की दीवार को पक्कीकरण तथा कब्रों की सुरक्षा की जाये।
ईसाई समुदाय ने केन्द्र एवं राज्य सरकारों से आग्रह करने बाद अल्पसंख्यक ईसाई के नाम से पंजीकृत संस्थाओं द्वारा संचालित शिक्षा, चिकित्सा आदि जगहों में * प्रथम वरीयता के आधार पर नौकरी,ट्रेर्निंग आदि में दाखिला हो।
*केवल ईसायत की पहचान के लिये बपतिस्मा प्रमाण का उपयोग हो।
*ना नाकुर करने वाली संस्था को मान्यता खत्म हो।
*मानदेय वालों को नियमित वेतन दिया जाये।
* निविदा पर बहाल कर्मिंयों को नियमित कर्मीं बनाया जाये।
* घरेलू जांच की एकतरफा कार्रवाही बंद हो।
* संत जेवियर में कार्यरत कर्मीं एंड्रु आंजिलों को बीमारी के नाम पर नौकरी में से बाहर कर देने वाले को बहाल किया जाये।
* संत जेवियर हाई स्कूल में कार्यरत नूतन जोसेफ का खर्च भार स्कूल वहन करें।
* एक्स.टी.टी.आई.में कार्यरत जबरन नौकरी से निकाले जोसेफ टेलर को नौकरी में बहाल किया जाये।
* सभी पल्ली में पल्ली परिषद गठित हो।
* पल्ली में उत्पन्न विवादों का समाधान हो।
* पल्ली में संचालित अयाजकों की संस्थाओं को मान्ययता दो।
* पल्ली में विशेष तरह के कार्य करने वालों को सम्मान दें।
* वाटिकन सभा दो की अनुशंसा को लागू करों।
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