पटना 30 जुलाई, बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कोटे से अल्पसंयक कल्याण एवं गन्ना उद्योग मंत्री फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद के ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर धार्मिक संगठन इमारत-ए-शरिया ने फतवा जारी किया है। इमारत-ए-शरिया फुलवारी शरीफ, पटना के मौलाना मुफ्ती सोहैल अहमद कासमी ने इस संबंध में श्री खुर्शीद के खिलाफ फतवा जारी किया है। फतवा में कहा गया है कि जो मुसलमान यह नारा लगाये और कहे कि मैं रहीम के साथ राम की भी पूजा करता हूं तथा सभी प्रमुख स्थानों पर मत्था टेकता हूं, ऐसे व्यक्ति को इस्लाम से खारिज किया जाता है। फतवे में यह भी कहा गया है कि इस गलती से श्री खुर्शीद निकाह से खारिज हो गये हैं। आम मुसलमानों को इस तरह के मुस्लिमों से संबंध रखना जायज नहीं है। हालांकि मौलाना कासमी ने कहा कि यह उनकी निजी राय है। इसबीच मंत्री खुर्शीद ने कहा कि उन्हें फतवे से कोई डर नहीं है और फतवा जारी करने से पहले उनसे किसी ने बात नहीं की है। फतवे का वह कोई जवाब नहीं देंगे बल्कि उनका काम जवाब देगा।
श्री खुर्शीद ने कहा कि यदि ऐसा कहने से प्रदेश का कल्याण होता है तो वह कहते रहेंगे । मैने राज्य की 11 करोड़ जनता के लिए यह नारा लगाया था। इस्लाम किसी धर्म की आलोचना नहीं करता। वहीं, मंत्री ने आज अपने नारे पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा, “जिनको भी उनकी बातों से ठेस पहुंची है मैं उनसे माफी मांगता हूं। मेंरे नारे को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।” इसबीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बिहार के कटिहार से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर ने श्री खुर्शीद के नारा लगाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोगों का धर्म-ईमान नहीं होता है । समाज में ऐसे लोगों की कद्र नहीं की जाती है । उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई को विधानसभा में राजग के विश्वासमत हासिल करने के बाद विधानमंडल परिसर में जदयू के सिकटा से विधायक श्री खुर्शीद ने सार्वजनिक रूप से नारा लगाया था ।
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