नयी दिल्ली 30 जून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को देश के सबसे बड़े कर सुधार के साथ आर्थिक और सामाजिक सुधार करार दिया और कहा कि यह गरीबों के हित की सबसे सार्थक व्यवस्था होगी, श्री मोदी ने संसद के केंद्रीय कक्ष में अब तक के सबसे बड़े अप्रत्यक्ष कर सुधार की शुरुआत के मौके पर कहा कि इससे कालाधन और भ्रष्टाचार रोकने का मौका मिलेगा, कर आतंकवाद और इंस्पेकटर राज खत्म होगा तथा नयी प्रशासनिक संस्कृति की शुरुआत होगी। जीएसटी को सहयोगात्मक संघवाद की मिसाल तथा टीम इंडिया के सामार्थ्य का परिणाम बताते हुये उन्होंने कहा कि इसे लागू करने से पहले लंबी प्रक्रिया के दौरान कई प्रकार की शंकाएँ-आशंकाएँ रहीं, राज्यों के कई सवाल रहे जिन्हें अथक प्रयास से दूर किया गया। जीएसटी को आर्थिक एकीकरण का महत्वपूण कार्य तथा देश की आधुनिक कर प्रणाल करार देते हुये उन्होंने कहा कि इससे 500 प्रकार के करों से मुक्ति मिल रही। इससे ‘एक देश, एक कर’ का हमारा सपना साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी ‘गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स’ से आगे ‘गुड एंड सिंपल’ टैक्स है।
शनिवार, 1 जुलाई 2017
जीएसटी गरीबों के हित में सबसे सार्थक व्यवस्था : मोदी
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