दुमका के ऊपायुक्त मुकेष कुमार ने स्वास्थ्य मामले की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले का स्वास्थ्य महकमा, सक्रिय, सजग और रोगियों के प्रति समर्पित होना चाहिये। उपायुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि अनावष्यक किसी भी मरीज को दूसरे किसी भी अस्पताल में रेफर न करें हर संभव इलाज करने की कोषिष करें। किंतु बेहतर चिकित्सा आवष्यक हो उन्हीं मामलों में रोगियों को रेफर करें। सभी चिकित्सक अपने कर्तव्य स्थल पर बने रहें लापरवाही पाने पर कड़ी कारवाई और बेहतर काम करने वालों की सरहना भी होगी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक दुमका को कालाजार से मुक्त घोषित करें। प्रत्येक चरण के कार्य की समय सीमा तय करें। 10 प्रखंडो में से 6 प्रखंड कालाजार से प्रभावित है। 15 अगस्त के बाद अगर कहीं से कालाजार संबंधित षिकायत मिलती है तो उस प्रखण्ड के चिकित्सा पदाधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेवार होगें। समीक्षा बैठक के बाद अपरसमाहत्र्ता इन्दू गुप्ता एवं सिविल सर्जन विनोद कुमार साहा ने हरी झंडी दिखाकर कालाजार उन्मुलन माह रथ को रवाना किया। बैठक में उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार, अपरसमाहर्ता इन्दू गुप्ता, सिविल सर्जन विनोद कुमार साहा, सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, एवं कर्मचारी आदि उपस्थित थे।
रविवार, 2 जुलाई 2017
दुमका : मरीजों की सेवा ईश्वर की सेवा है-डीसी
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