साझे, सचेत व सक्रिय प्रयास से ही अतिवृष्टि से आई आपदा से निजात पा सकते हैं : मुख्यमंत्री - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 26 जुलाई 2017

साझे, सचेत व सक्रिय प्रयास से ही अतिवृष्टि से आई आपदा से निजात पा सकते हैं : मुख्यमंत्री

joint-hand-will-fight-natural-disaster-raghubar-das
यह दुख और संघर्ष की घड़ी है।  हम सब साझे, सचेत और सक्रिय प्रयास से इस अतिवृष्टि से आई आपदा से  निजात पा सकते हैं। मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने राज्य की जनता के नाम अपील करते हुए दिन बुधवार को उपरोक्त  बातें कही।  अतिवृष्टि से अकारण मृत्यु के शिकार लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व  दुख प्रकट करते हुए श्री दास ने कहा कि ऐसे वक्त में धैर्य से काम लेने की जरूरत है ।  मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव राजबाला वर्मा से हालात और इस दिशा में किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मुख्य सचिव को व्यापक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत मृतकों के आश्रितो ंको तत्काल चार लाख रूपये आपदा राहत राशि उपलब्ध कराये जायें साथ ही घायलों को अपंगता की स्थिति में 60 हजार से 2 लाख रूपये तक तथा अस्पताल खर्च के रूप में 4,300 रूपये से 12,700 रूपये तक की सहायता राशि प्रावधान के अनुरूप उपलब्ध कराने का निदेश दिया। मुख्यमंत्री ने यह निदेश दिया कि बड़ी संख्या में पशुओं पर भी आपदा का प्रभाव पड़ा है, तथा लोगों के मकान आंशिक रूप से या पूर्णतः क्षतिग्रस्त हुए हैं। राज्य आपदा रिलीफ फंड से प्रावधान के अनुरूप सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाये एवं इसमें किसी भी प्रकार का विलंब नहीं किया जाय। 


मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से कहा कि सभी विभागों के अधिकारी 24×7 अपने कार्य स्थल पर सचेत और सक्रिय होकर काम करें। सभी अधिकारी अपने निर्धारित दायित्वों से उपर उठ कर आपदा राहत के लिए समर्पित होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था पूर्णत बहाल रहे। चिकित्सक आपात स्थिति का सामना करने के लिए पहले से ही तैयार रहे। जहां भी पुल-पुलिया या सड़क क्षतिग्रस्त हो रही हैं उनकी तत्काल मरम्मति सुनिश्चित कराई जाय ताकि आवागमन बाधित न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संसाधन के अभियंता और अधिकारी सभी डैम के जलस्तर पर निगरानी रखें। मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने बताया कि आपदा के संबंध में सभी जिलों के उपायुक्तों के पास राशि उपलब्ध है। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निदेश दिया कि मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप स्वयं तत्परता एवं संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रभावितों को प्रावधान के अनुरूप सहायता राशि उपलब्ध करायें। मुख्य सचिव ने पथ निर्माण तथा ग्रामीण विकास कार्य विभाग के अधिकारियों को निदेश दिया कि वे तत्काल क्षेत्र में अपनी सड़कों एवं पुल पुलियों की पूरी निगरानी करें तथा जहां कटाव हो रहा है वहां आम नागरिकों को स्थानीय प्रशासन के माध्यम से जाने से रोकें। उन्होंने विद्युत प्रमंडल के अधीक्षण अभियंताओं को बिजली के पोल के गिरने, तथा विद्युत बाधित होने की की घटना पर दल बनाकर नजर रखें तथा उसे प्रभावित स्थलों में तुरंत विद्युत सेवा बहाल करें। मुख्य सचिव ने कहा कि किसी भी स्थिति में जानमाल का नुकसान न हो इसे सुनिश्चित करें। उन्होंने ने सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्र की लगातार गश्ती करने और स्वंय सक्रिय होकर राहत कार्य करने का निदेश दिया। स्वास्थ्य ग्रामीण विकास कार्य विभाग, जल संसाधन तथा राजस्व, पथ निर्माण विभाग, भवन, कृषि  आदि के साथ साथ  सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों को व्यापक दिशा निदेश जारी किया है।

कोई टिप्पणी नहीं: