- बिहारशरीफ में नागरिकों द्वारा निकाले गये अमन मार्च पर बर्बर पुलिसिया दमन व गिरफ्तारी की माले ने कड़ी निंदा.
- घटना की जांच के लिए माले विधायक दल के नेता काॅ. महबूब आलम व सरोज चैबे बिहारशरीफ के दौरे पर.
पटना 18 जुलाई, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने इंसाफ मंच के बैनर से बिहारशरीफ में भीड़ द्वारा की जा रही हत्या और अमरनाथ यात्रियों पर बर्बर आतंकी हमले के खिलाफ निकाले गए अमन मार्च पर बर्बर पुलिसिया दमन की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि नीतीश-लालू केवल शब्दों में भाजपा का विरोध कर रहे हैं, हकीकत यह है कि वे भाजपा के ही नक्शे कदम पर शासन व्यवस्था चलाना चाहते हैं. यह कैसा सुशासन है, जहां आतंकी कार्रवाईयांे में मारे गये लोग को श्रद्धांजलि देने पर भी लाठी खानी पड़ रही है. माले राज्य सचिव ने कहा कि इंसाफ मंच को बिहारशरीफ प्रशासन द्वारा संदेहास्पद बताना बेहद हास्यास्पद है. इंसाफ मंच लंबे समय से मुजफ्फरपुर से लेकर पूरे बिहार में दमन-उत्पीड़न के शिकार दलितों-अकलियतों के न्याय के लिए लड़ने वाला मंच रहा है, जिसका राज्यस्तरीय ढांचा है. इंसाफ मंच में भाकपा-माले के नेताओं, कार्यकर्ताओं सहित प्रगतिशील विचार के लोग शामिल हैं. कार्यक्रम के संयोजक मनमोहन कुमार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र और इलाके में भाकपा-माले के स्थापित नेता हंै. इसलिए इंसाफ मंच के कार्यक्रम पर प्रशासन ने सचेत रूप से हमला किया है, जिसमें पचासो लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि घटना की जांच के लिए माले विधायक महबूब आलम और सरोज चैबे के नेतृत्व में एक जांच टीम आज बिहारशरीफ गयी है. यह टीम पूरे मामले का जायजा लेगी और घायलों व गिरफ्तार साथियों से मुलाकात करेगी.
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