दुमका : बिछड़ो को हम मिलाते हैं के तहत परिजनों को सुपुर्द करवायी गई महिलस चन्द्रकला देवी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 13 जुलाई 2017

दुमका : बिछड़ो को हम मिलाते हैं के तहत परिजनों को सुपुर्द करवायी गई महिलस चन्द्रकला देवी

lost-old-women-found-dumka-sharawan-melaदुमका, आंखों में आंसू लिये लोगों से मदद की गुहार लगाती महिला। तीन दिन पहले अपनों से बिछड़ गयी थी। श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्त सूचना सहायताकर्मी की नजर जब इस महिला पर पड़ी तो महिला फूट-फूट कर रोने लगी। उसने अपना सारा दर्द सुना दिया। सर्वप्रथम भूखी महिला को भोजन कराया गया। सूचना सहायता कर्मी ने मेला मे खो गई महिला से क्रमशः जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, दुमका व साहेबगंज सैयद राशिद अख्तर व प्रभात शंकर को अवगत कराया। उपरोक्त पदाधिकाररियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मनहार के अनुमंडल पदाधिकारी से बात की व स्थानीय थाना प्रभारी का मोबाईल नम्बर लिया। उपरोक्त जनसम्पर्क पदाधिकारियों द्वारा मनहार थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया। मनहार थाना प्रभारी ने संबंधित पते पर जाकर चंद्रकला देवी के परिजनों से बात की व पूरे मामले से अवगत कराया। वैशाली जिला की रहने वाली चंद्रकला देवी को दिन गुरुवार तक सूचना सहायता कर्मी द्वारा भोजन व अन्य सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा गया। मेला में खो गई महिला का भतीजा रविन्द्र सिंह जब बासुकिनाथ धाम पहुँचा और  चन्द्रकला देवी से मिला तो महिला का चेहरा खुशी से झूम उठा। महिला के भतीजे ने सूचना सहायता कर्मी को अपना पूरा पता दिया। भतीजा के साथ वापस अपने घर चन्द्रकला देवी के जाने पर राजी होने के बाद उन्हें जाने दिया गया। महिला चंद्रकला देवी ने जाते-जाते कहा आप सबकों मेरी उम्र लग जाये। उन्होंने जिला प्रशासन की सुंदर व्यवस्था के लिये उन्हें धन्यवाद दिया। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा बिछड़े को मिलाये जाने का कार्य प्रतिवर्ष किया जाता है। वैसे श्रद्धालु जो बासुकिनाथ धाम पहुँचने के बाद अपनों से बिछुड़ जाते हैं,ं उनके परिजनांे से मिलाने का कार्य सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा किया जाता है। इस विभाग द्वारा बनाये गये सभी शिविरों में सूचना सहायता कर्मी बिछड़े श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य करते हैं। कई बार श्रद्धालुओं को आर्थिक मदद के साथ उन्हें उनके घर तक छोड़ा जाता है। पूरे मेला क्षेत्र में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र व अन्य माध्यमों से भी सूचना सहायता कर्मी श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य करते हैं।

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