पटना 06 जुलाई, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और 17 दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाई गईं मीरा कुमार ने आज कहा कि वह देश की अनुसूचति जाति, अनुसूचित जनजाति और गरीबों के अधिकारों एवं सम्मान की रक्षा के सिद्धांत के आधार पर यह चुनाव लड़ रही हैं। समान विचारधारा वाले दलों के सांसद एवं विधायकों का समर्थन प्राप्त करने के लिए यहां आई श्रीमती कुमार ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 17 प्रमुख विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। मैं देश की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और गरीबों के अधिकारों एवं सम्मान की रक्षा के लिए यह चुनाव लड़ रही हूं।” उन्होंने कहा कि वह गरीबों और समाज के वंचित वर्ग के सशक्तीकरण और सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्रीमती कुमार ने कहा कि उन्हें अफसोस है कि देश का वातावरण इतना भयावह हो गया है कि यदि कोई गाय लेकर जा रहा हो तो उसका जीवन खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि देश में फैलाई जा रही सांप्रदायिकता की लहर को बिहार में ही रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल इतने नीचे स्तर पर चला गया है कि राष्ट्रपति का चुनाव अब ‘दलित बनाम दलित’ बनकर रह गया है। कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के सांसदों और विधायकों से मुलाकात की। इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और बिहार में पार्टी मामलों के प्रभारी सी. पी. जोशी, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री अशाेक चौधरी, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह सहित सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के अलावा राजद के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि श्रीमती कुमार बिहार की बेटी हैं और वह चाहते हैं कि राज्य के सभी दल उनका समर्थन करें। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक मौका है कि श्रीमती कुमार देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हो सकती हैं इसलिए सभी दलों को उनका समर्थन करना चाहिए। श्री जोशी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि 17 दलों ने बिहार की बेटी को सर्वोच्च पद के चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होंने कहा कि इन 17 दलों की भविष्य में देश की राजनीति में अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि श्रीमती कुमार सोलह राज्यों में जा चुकी हैं और सभी जगह लोगों ने उन्हें समर्थन दिया है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के सांसदों और विधायकों से मुलाकात की। इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और बिहार में पार्टी मामलों के प्रभारी सी. पी. जोशी, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री अशाेक चौधरी, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह सहित सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के अलावा राजद के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। श्रीमती कुमार कल भोजपुर जिला स्थित अपने पैतृक गांव चंदवा जाएंगी, जहां वह अपने पिता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगी। श्रीमती कुमार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में वर्ष 2004-09 के दौरान केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और वर्ष 2009-14 के दौरान लोकसभा अध्यक्ष रह चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन के अन्य घटक राजद और कांग्रेस की राय से इतर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एवं बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के श्री कोविंद को समर्थन देने के फैसले पर पुनर्विचार करने के आग्रह के बावजूद श्री कुमार अपने निर्णय पर अडिग हैं।
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