रांची 25 जुलाई, झारखंड सरकार ने आज कहा कि नौ रेल परियोजनाओं का काम पूरा होने से राज्य में विकास के द्वार खुलेंगे। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने आज राज्य की रेल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में छह रेल परियोजनाओं पर काम हो रहा है और चार परियोजनाओं के भूमि अर्जन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा जल्द ही रेल सेवा प्रारंभ की जायेगी। उन्होंने कहा कि इन रेल परियोजना के पूरा होने से राज्य में विकास के द्वार खुलेंगे। श्रीमती वर्मा ने इन रेल परियोजनओं पर अधिकारियों को एक्टिव मोड में काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि भू अर्जन में रैयतों को नये कानून के तहत तुरंत मुआवजा दें। उनकी शिकायतों पर तत्परता से कार्रवाई हो और प्रतिदिन की प्रगति और आवेदनों के लिये प्रकोष्ठ बनाया जाये। उन्होंने कहा कि मंद गति से काम करने वालों के लिये कोई जगह नहीं है। स्वयं तत्परता या एक्टिव मोड में सभी काम करें। मुख्य सचिव ने कहा कि एसएआई (सामाजिक प्रभाव आकलन) एजेंसी एक तय सीमा में अपनी कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के लिए राज्य में रेल नेटवर्क का विस्तार बेहद जरूरी है। श्रीमती वर्मा ने बताया कि टोरी-शिवपुर, रांची-कोडरमा, कोडरमा-तिलैया, कोडरमा-गिरिडीह, गोड्डा-हंसडीहा, जसीडीह- पीरपैंती आदि छह परियोजनाओं का कार्य हो रहा है तथा नामकोम-कांड्रा, गिरिडीह-मधुबन-पारसनाथ और टोरी-चतरा तीन परियोजनाओं पर केंद्र सरकार के साथ संयुक्त उपक्रम के माध्यम से कार्य कराने की ओर राज्य सरकार पहल कर रही है। बैठक में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव के. के. खंडेलवाल, राजस्व एवं भूमि सुधार निदेशक के. श्रीनिवासन, रेलवे परियोजनाओं के अधिकारियों के साथ ही पथ निर्माण एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बुधवार, 26 जुलाई 2017
झारखंड में रेल परियोजनाओं से खुलेंगे विकास के द्वार
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