सपा,बसपा सदस्यों के इस्तीफे से मंत्रियों के विधान परिषद में पहुंचने का रास्ता साफ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 30 जुलाई 2017

सपा,बसपा सदस्यों के इस्तीफे से मंत्रियों के विधान परिषद में पहुंचने का रास्ता साफ

sp-bsp-member-s-resignation-clears-way-for-ministers-to-reach-legislative-council
लखनऊ, 29 जुलाई, उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी(सपा) के दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक सदस्य के इस्तीफे के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके चार मंत्रियों का राज्य विधान परिषद में पहुंचने का रास्ता साफ नजर आ रहा है। सपा के बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह तथा बसपा के ठाकुर जयवीर सिंह ने आज विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। श्री सिंह ने तो श्रम मंत्री और बसपा के कभी कद्दावर नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा तक कर दी। परिषद से इस्तीफा देने वाले दोनों सदस्यों ने भी भाजपा में शामिल होने के संकेत दिये। राजनीतिक प्रेक्षक इसे बिहार और गुजरात के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का यह ‘आपरेशन यूपी’ कह रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के तीन दिवसीय दौरे के शुरु होते ही सपा और बसपा के विधान परिषद सदस्यों के यह इस्तीफे हुए हैं। उधर, बसपा अध्यक्ष मायावती और सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे सत्ता के दुरुपयोग का ताजा उदाहरण बताया। दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को ही खतरे में डाल रही है। श्री यादव ने भाजपा पर लालच देकर दल बदल कराने का आरोप लगाया।

कोई टिप्पणी नहीं: