नीतीश से तेजस्वी की दूरी के कारण कयासों का बाजार गर्म - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 15 जुलाई 2017

नीतीश से तेजस्वी की दूरी के कारण कयासों का बाजार गर्म

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पटना 15 जुलाई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सरकारी कार्यक्रम से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की दूरी तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की तल्ख टिप्पणी से बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के दोनों बड़े घटक दलों के बीच रिश्तों में खटास बढ़ती ही जा रही है। विश्व कौशल दिवस के अवसर पर आज बिहार कौशल विकास मिशन की ओर से राजधानी के अशोक कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में विशेष कार्यक्रम आयोजित था । इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को भी शामिल होना था । मंच पर मुख्यमंत्री की कुर्सी के पास में ही उप मुख्यमंत्री की कुर्सी और नेम प्लेट भी लगायी गयी थी लेकिन, श्री यादव नहीं पहुंचे। उनके नहीं आने के कारण अंतिम समय में नेम प्लेट को हटा दिया गया । हालांकि इस कार्यक्रम में राजद कोटे से श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश मौजूद थे। उप मुख्यमंत्री की सरकारी कार्यक्रम से दूरी पर बयानबाजी भी शुरू हो गयी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह हास्यास्पद है कि राजद के मंत्री के विभागीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ भाग नहीं लेकर उप मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का बहिष्कार ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की अवलेहना और उनका अपमान किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी के बाद से ही उप मुख्यमंत्री श्री यादव अपने कार्यालय नहीं गए हैं। शासन-प्रशासन का काम बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में मुख्यमंत्री को अविलम्ब श्री तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने का फैसला लेना चाहिए। 


उधर राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि सरकारी कार्यक्रम श्री यादव का शामिल नहीं होना कोई असमान्य बात नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे कई सरकारी कार्यक्रम हुए है जिसमें मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री एक साथ शामिल नहीं हुए हैं। इस बीच बिहार विधानसभा में जदयू के उप नेता श्याम रजक ने श्री लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अब बुजुर्ग हो गए हैं। बुजुर्गियत में ही वह ऐसे अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। उन्हें अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता अगर सत्ता में बैठाती है तो कान पकड़कर कुर्सी से उतार भी देती है और बाहर का रास्ता दिखा देती है। श्री रजक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा है कि श्री तेजस्वी यादव साक्ष्यों के साथ जनता के बीच जाएं, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए। उन्हें खुद पर लगे आरोपों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री कुमार की साफ सुथरी छवि ही उनकी यूएसपी है। जदयू उनकी छवि को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कभी भी किसी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को बर्दाश्त नहीं किया है। ऐसे लोगों से या तो तुरंत इस्तीफा ले लिया गया या बर्खास्त कर दिया गया। जदयू नेता ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में अपने स्टैंड पर कायम हैं। पार्टी यह साफ कर देना चाहती है कि श्री कुमार समय आने पर सही फैसला लेंगे। इसका इंतजार करना चाहिए। वहीं, जदयू के विधान पार्षद और पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि श्री तेजस्वी यादव को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए। श्री नीतीश कुमार और श्री शरद यादव ने भी अपने उपर आरोप लगने के बाद इस्तीफा दिया था । 

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