पटना, 29 अगस्त, बिहार में सड़कों हादसों की रोकथाम के लिए सरकार ने ‘एक्सीडेंटल जोन’ को चिह्नित कर इस दिशा में काम शुरू कर दिया। राज्य के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने आज कहा कि प्रदेश में पिछले तीन वर्षों के दौरान सड़क हादसों और उसमें हताहतों की संख्या के आकलन के आधार पर पथ निर्माण विभाग एवं गृह विभाग के प्रतिवेदन में 124 ऐसे ‘ब्लैक स्पॉट’ पाये गये हैं, जहां वर्ष 2014 से 2016 के बीच सड़क दुर्घटनाओं के करीब 860 मामलों में 400 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। राजधानी पटना में ही ‘ब्लैक स्पॉट’ के कारण 167 सड़क हादसों में 56 लोग हताहत हुए। पथ निर्माण विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और राज्य पुलिस प्रशासन ने भी ऐसे ‘एक्सीडेंटल जोन’ की पहचान की है। श्री यादव ने कहा कि हादसों पर रोक लगाने के लिए विभागीय अधिकारियों को राज्य में पथ निर्माण विभाग के अन्तर्गत पथों पर चिन्हित ऐसे ‘ब्लैक स्पॉटों’ को चिह्नित कर शीघ्र निदान का निर्देश दिया गया है। इन अधिकारियों को ऐसे ‘स्पॉट’ की सूची दी गयी है और इसके लिए अल्पकालीन और दीर्घकालीन कार्य करने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से भी बिहार में नेशनल हाइवे पर ऐसे जगहों की पहचान कर निराकरण की दिशा में की गई कार्रवाई से विभाग को अवगत कराने का अनुरोध किया गया है।
मंगलवार, 29 अगस्त 2017
बिहार में सड़क हादसों को रोकने की तैयारी में सरकार , 124 ब्लैक स्पॅाट चिह्नित
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