नयी दिल्ली 18 अगस्त कांग्रेस ने अडानी समूह की बिजली कंपनियों पर उपकरणों की कीमत 860 प्रतिशत तक अधिक दिखाकर 50 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सरकार को इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के मौेजूदा न्यायाधीश की निगरानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से करानी चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने यहां पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजस्व गुप्तचर विभाग (डीआरआई) के एक “कारण बताओ नोटिस’ के अनुसार अडानी समूह की छह कंपनियों ने विदेशों से मंगाए गए उपकरणों और कच्चे माल की कीमत 860 प्रतिशत तक अधिक दिखाई जिसके कारण देश में बिजली उपभोक्ताओं को दाे रुपए प्रति यूनिट का अधिक भुगतान करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जनता पर लगे इस “अडानी टैक्स” को तुरंत वापस लेना चाहिए और बिजली की दरों में दो रुपए प्रति यूनिट की कमी की जानी चाहिए। उन्हाेंने कहा कि केंद्रीय बिजली नियामक प्राधिकरण (सीईआरसी) बिजली की यूनिट की कीमत बिजली कंपनियों की लागत और निवेश के आधार पर तय करता है। उपकरणों और कोयला आदि कच्चे माल की कीमत अधिक दिखाने से बिजली की कीमत बढ़ जाती है जिसका भार उपभोक्ताओं पर पड़ता है। श्री माकन ने कहा कि अडानी समूह की कंपनियों के मामले में कर चोरी और मुखौटा कंपनियों का मामला देखा जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने घोटाले का विस्तृत ब्याेरा देते हुए बताया कि अडानी समूह की कंपनियों ने आयातित कोयले की कीमत 29 हजार करोड़ रुपए और उपकरणों की कीमत 9000 करोड़ रुपए अधिक दर्शायी। इसके अलावा 10 हजार करोड़ रुपए बिजली की अधिक दर करने से जुटाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार भ्रष्टाचार करनी वाली बड़ी मछलियों को छोड़ रही है जबकि भ्रष्टाचार उन्मूलन के नाम पर आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
शुक्रवार, 18 अगस्त 2017
अडानी समूह पर 50 हजार करोड़ रुपए के घाेटाले का आरोप, सीबीआई करे जांच:कांग्रेस
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