मुख्यमंत्री योगी जी के नाम एक खुला पत्र - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 12 अगस्त 2017

मुख्यमंत्री योगी जी के नाम एक खुला पत्र

सेवा में
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी
उत्तर प्रदेश सरकार।

विषय- गोरखपुर अस्पताल मे हुए बच्चों के मृत्यु के संबंध में।

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माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की सप्लाई न होने से बच्चों की हुई मौत को लेकर पूरे देश में गहरे दुख का माहौल है। परिवार वालों के लिए अपनी संवेदना प्रकट करते हुए मैं अपनी बात आप के समक्ष रख रहां हूं। आप ने एक सांसद की तौर पर गोरखपुर की जनता का प्रतिनिधित्व भी किया है। प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने और आप के मुख्यमंत्री बनने के बाद जनता को आप से काफ़ी उम्मीदें भी हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में केवल  बच्चों की मृत्यु ही नहीं हमारे देश के भविष्य की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री जी बच्चों के परिवार वालों से पूंछो उनपर क्या गुजर रही होगी।बड़ी आस के साथ लोग मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने आते हैं। इनमें बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो गरीबी का दंश झेल रहे होते हैं। मेडिकल के क्षेत्र में अर्सों से लापरवाही देखने को मिलती आई है। ये एक बड़ी विडम्बना है। कमीशन पैसा इंसानों की जिंदगी से ज्यादा मायने रखने लगा है। आक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी पुष्पा सेल्स का बकाया होने से ये घटना हुई या फिर अस्पताल की लापरवाही से। मुख्यमंत्री जी आप से विनम्र निवेदन है कि दोनों ही तथ्यों पर संज्ञान लेने की जरुरत है। बकाया की वजह से ऐसा किया गया है तो इंसानियत नाम की कोई चीज उनके अंदर नहीं है। फिर इसे एक तरह से सोचसमझकर की गई हत्या के रुप में देखा जाए। और दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए। हम 70 साल की आजादी को मनाने जा रहें हैंं और हमने लापरवाही और कमीशन खोरी की वजह देश के भविष्य को खो दिया।ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के पत्र में एक वेबसाइट के अनुसार साफ तौर पर बकाए के भुगतान की बात लिखी गई है. करीब 64 लाख रुपए के बकाए के भुगतान के संबध में लिखे गए पत्र में कंपनी साफ तौर पर कह रही है कि भुगतान न होने पर वह गैस की सप्लाई नहीं कर पाएगी.अस्पताल प्रशासन की तरफ से भुगतान न किया जाना भी एक जांच का विषय हो सकता है। मुख्यमंत्री जी आप से अपील है कि इस पूरे मामले में आप संज्ञान लें। जिससे पीड़ित परिवार को न्याय भी मिल सके। प्रदेश की जनता को आज भी आप से बहुत उम्मीद है। 


आप का बहुत बहुत आभार ।

रवि श्रीवास्तव (पत्रकार)

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