विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण 15 मिनट बाद ही परिषद की कार्यवाही स्थगित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 23 अगस्त 2017

विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण 15 मिनट बाद ही परिषद की कार्यवाही स्थगित

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पटना 23 अगस्त, बिहार विधान परिषद में सृजन घोटाले को लेकर विपक्षी सदस्यों के आज भारी शोरगुल और नारेबाजी के कारण कार्यवाही को 15 मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी । उप सभापति हारूण रशीद के आसन ग्रहण करते ही कांग्रेस के दिलीप कुमार चौधरी ने भागलपुर जिले में हुए सृजन घोटाले का मामला उठाते हुए कहा कि उन्होंने इस पर कार्यस्थगन की सूचना दी है जिसे स्वीकार कर चर्चा करायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकारी खजाने से 1500 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया है। श्री चौधरी ने कहा कि राज्य के पुलिस महानिदेशक का भी इस संबंध में बयान आया है । इस मामले में गिरफ्तार किये गये भागलपुर समाहरणालय के नाजीर महेश मंडल की पुलिस हिरासत में मौत हुई है । श्री मंडल की मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम नहीं कराया गया और आनन फानन में उन्हें जला दिया गया । उन्होंने कहा कि श्री मंडल इस मामले में बड़ा खुलासा करने वाले थे और इसी को देखते हुए पुलिस हिरासत में उन्हें मार दिया गया । 


कांग्रेस सदस्य ने कहा कि इस मामले की उच्चतम न्यायालय के किसी न्यायाधीश की देखरेख में जांच करवाई जानी चाहिए । भागलपुर के जिलाधिकारी का स्थानांतरण कर सभी बिंदूओ पर जांच होगी तभी सच्चाई का पता चल सकेगा । इस पर उप सभापति ने परिषद की कार्यसंचालन नियामावली के तहत उनके कार्यस्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया । उप सभापति के इतना कहते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी और शोरगुल करते हुए सदन के बीच में आ गये । राजद के सुबोध राय ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की देख रेख में सृजन घोटाला हुआ है । इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है । इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सृजन मामले में गिरफ्तार महेश मंडल सच्चाई जानता था इसी लिए उसकी पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गयी । सरकार इस मामले को दबाने में लगी है । प्रदेश के लोगों की गाढ़ी कमाई की लूट हुई है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तत्काल इस्तीफा दें । 

शोरगुल और नारेबाजी के बीच ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले अब इस मामले में चुप्पी साध रखी है। जब तक श्री कुमार और श्री मोदी इस्तीफा नहीं दे देते तब तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी जायेगी । उन्होंने कहा कि इतने बड़े घोटाले की बिहार पुलिस से जांच करवाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है । नारेबाजी के बीच ही नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के डा.संजीव कुमार सिंह के एक अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दिया जिसे सुना नहीं जा सका । विपक्षी सदस्य ‘खजाना चोर गद्दी छोड़,इस्तीफा करो इस्तीफा करो ’का नारा लगाते रहे । सदन को अव्यवस्थित होते देख उप सभापति ने कार्यवाही को 15 मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी । 

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