पटना 17 अगस्त, नेपाल एवं बिहार के जलग्रहण क्षेत्रो में हुई भारी बारिश से सभी प्रमुख नदियों के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के कारण राज्य के 14 जिलों में आई बाढ़ की स्थिति अभी भी भयावह बनी हुई और इसमें अबतक मरने वालों की संख्या 119 पर पहुंच गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि बाढ़ में अभीतक सबसे अधिक मौत अररिया जिले में हुई है। वहीं, सीतामढ़ी में 12, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और सुपौल जिले में 11-11, मधुबनी और कटिहार में सात-सात, पूर्णिया एवं मधेपुरा जिले में पांच-पांच, सहरसा और दरभंगा में चार-चार, खगड़िया एवं गोपालगंज में तीन-तीन तथा शिवहर जिले में दो लोगों की मौत हुई है। बाढ़ से इन 14 जिलों पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, पूर्वी एवं पश्चिम चंपारण, दरभंगा, मधबुनी, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर और सारण जिलों के 110 प्रखंडों के 92 लाख लोग प्रभावित हुये हैं। इस बीच दरभंगा से प्राप्त सूचना के अनुसार, सरकार ने दरभंगा जिला के बाउर एवं रसियारी मे कमला बलान तटबंध टूटने के लिए प्रतिनियुक्त सिंचाई विभाग, समस्तीपुर के मुख्य अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, झंझारपुर 2 एवं कार्यपालक अभियंता को जिम्मेवार मानते हुये उन्हें आज निलंबित कर दिया। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
गुरुवार, 17 अगस्त 2017
बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह, अबतक 119 की मौत
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें