बिहार की भीषण बाढ़ में 341 की मौत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 22 अगस्त 2017

बिहार की भीषण बाढ़ में 341 की मौत

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पटना 22 अगस्त, बिहार के 19 जिलों में जारी बाढ़ की विभीषिका में अबतक कुल 341 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि गंगा समेत राज्य की आठ प्रमुख नदियां कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, पुनपुन, घाघरा और अधवारा समूह का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर रहने के कारण अभी भी 19 जिलों पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सहरसा, खगड़िया, सारण, पटना एवं समस्तीपुर बाढ़ की चपेट में हैं। प्रभावित जिलों में मृतकों की संख्या 341 पर पहुंच गई है। सूत्रों ने बताया कि बाढ़ की इस विभीषिका में सबसे अधिक 75 लोगों की मौत अररिया जिले में हुई है। वहीं, मृतकों की संख्या सीतामढ़ी में 36, पश्चिम चंपारण में 36, कटिहार में 26, पूर्वी चंपारण, किशनगंज और मधुबनी में 23 -23, मधेपुरा एवं दरभंगा में 19-19, सुपौल में 15, गोपालगंज में 14, पूर्णिया में नौ, मुजफ्फरपुर सात, खगड़िया और सारण में छह-छह तथा सहरसा एवं शिवहर में चार-चार पर पहुंच गई है। राज्य में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुये जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अगस्त को प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही राहत कार्यों का निरीक्षण भी कर रहे हैं। श्री कुमार ने आज पूर्णिया में की जा रही बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही वहां बनायी गयी फूड पैकेटिंग सेन्टर, बाढ़ राहत शिविर, पश राहत शिविर एवं सामुदायिक रसोईघर का निरीक्षण किया। प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर जारी रखने के लिए जहां 1152 जवान एवं 118 नौकाओं के साथ एनडीआरएफ की 28 टीम, 466 जवान और 92 नौकाओं के साथ एसडीआरएफ की 16 टीम लगी हुई है वहीं 630 जवान और 70 नौकाओं के साथ सेना की सात कंपनियां मुस्तैदी के साथ लगातार काम कर रही है। 


केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि अभी भी गंगा समेत राज्य की आठ नदियाें का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। वहीं पांच प्रमुख नदियों गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी के जलस्तर का बढ़ना अभी भी जारी है। गंगा नदी साहेबगंज में 68, कोसी बलतारा में 191, कुरसेला में 50, बसुआ में 05, गंडक डुमरियाघाट में 63, बूढ़ी गंडक लालबगियाघाट में 122, अहिरवलिया में 68, सिकंदरपुर में 113, समस्तीपुर में 89, रोसड़ा में 146, खगड़िया में 20, बागमती बेनीबाद में 45, हायाघाट में 23, घाघरा गंगपुरसिसवन में 58, दरौल में 39 और अधवारा समूह का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 54, एवं एकमीघाट में 129 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि क्षतिग्रस्त तटबंधों पर सिंचाई विभाग के अभियंता मरम्मति कार्य के बाद लगातार चौकसी बरत रहे हैं। राज्य के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के पूर्वानुमान में बताया कि बिहार के सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में हल्की वर्षा होने की संभावना है। 

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