पटना 10 अगस्त, नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण बराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से आज बिहार की कोसी, पुनपुन, गंडक और महानंदा नदी खतरे के लाल निशान से ऊपर पहुंच गई वहीं गंगा सहित पांच नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण खगड़िया के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 134 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। इसी तरह पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन का जलस्तर खतरे के निशान से 146 सेंटीमीटर ऊपर, गोपालगंज के डुमरियाघाट में गंडक नदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर ऊपर और पूर्णिया के ढेंगराघाट में महानंदा नदी का जलस्तर एक सेंटीमीटर ऊपर रिकॉर्ड किया गया। आयोग के अनुसार, नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण दबाव बढ़ने से कोसी नदी पर नेपाल के बारा बराज से एक लाख 94 हजार क्यूसेक और बिहार में वीरपुर बराज से दो लाख 40 हजार 809 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसी तरह गंडक नदी पर बने वाल्मीकिनगर बराज से एक लाख 39 हजार 400 क्यूसेक तथा सोन नदी के इंद्रपुरी बराज से 79339 क्यूसेक पानी छोड़ गया।
आयोग के मुताबिक राज्य में गंगा समेत पांच नदियों के जलस्तर में कुल 12 स्थानों पर वृद्धि दर्ज की गई। गंगा नदी बक्सर, पटना के हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में, सोन रोहतास के इंद्रपुरी में, गंडक वैशाली के हाजीपुर में, बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर, समस्तीपुर, रोसड़ा और खगड़िया में तथा कोसी नदी के जलस्तर में खगड़िया के बलतारा में वृद्धि हुई है। जल संसाधन विभाग ने दावा किया है कि राज्य के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध जहां सुरक्षित हैं वहीं तटबंधों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। विभाग के अभियंता लगातार नजर रख रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बिहार की सभी नदियों एवं सोन नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
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