चीन ने भारत से की सीमा पर शांति की रक्षा की अपील - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 17 अगस्त 2017

चीन ने भारत से की सीमा पर शांति की रक्षा की अपील

china-urges-india-to-protect-peace-after-border-altercation
बीजिंग,16 अगस्त, चीन और भारत के सैनिकों के बीच लद्दाख में झड़प की रिपोर्ट के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने आज भारत से अपील की कि वह सीमावर्ती क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की सुरक्षा करे, नयी दिल्ली स्थित एक सूत्र ने कल बताया था कि चीन के सैनिकों ने लद्दाख में पांगोंग झील के पास भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की जिसे भारतीय सैनिकों ने विफल कर दिया। उन्होंने बताया कि कुछ चीनी सैनिकों के हाथ में लोहे की छड़ें और पत्थर थे जिनसे उन्हाेंने भारतीय सैनिकों पर हमला किया। झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों को मामूली चोटें आयी हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा,“ मुझे इस मामले की विस्तृत जानकारी नहीं है लेकिन मैं यह कह सकती हूं कि चीन के सैनिक चीन-भारत सीमा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की रक्षा के लिए लगातार और हमेशा समर्पित रहे हैं। हमारे सैनिक नियंत्रण रेखा की इस ओर अपनी सीमा में ही गश्त लगाते हैं।” उन्होंने कहा,“हम भारत से अपील करते हैं कि वह दोनों देशों के बीच हुए समझौतों, प्रोटोकॉल और नियमों का ईमानदारी से पालन करे तथा 1959 में तय की गयी नियंत्रण रेखा का सम्मान करते हुए सीमा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की पूरी निष्ठा से रक्षा करे।” चीन के रक्षा मंत्रालय ने इस मामले पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। गौरतलब है कि भारत के डोकलाम क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले दो महीने से गतिरोध चल रहा है। चीन ने भारत को डोकलाम से पीछे हटने अथवा खमियाजा भुगतने की चेतावनी दी है।

कोई टिप्पणी नहीं: