माखनलाल विश्वविद्यालय : अब यहाँ पत्रकार के बजाए गौशाला बनाई जाएंगी ! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 19 अगस्त 2017

माखनलाल विश्वविद्यालय : अब यहाँ पत्रकार के बजाए गौशाला बनाई जाएंगी !

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जहाँ न यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी में अच्छी किताब हो, न कम्प्यूटर लैब में ढंग के सिस्टम हो और न स्टूडियो में अच्छे कैमरा ! जहाँ मूलभूत सुविधा के लिए छात्र परेशान होता हो...लेकिन उसी विश्वविद्यालय में एक कुलपति के अड़ियल रवैये और उसके निज स्वार्थ के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में गौशाला बनाने का प्लान तैयार किया जा चुका है.. इस योजना को मूर्त रूप कभी भी दिया जा सकता है. जिस विश्वविद्यालय को निर्माण के वक्त विश्व के अच्छे पत्रकार बनाने का जिम्मा मिला था आज वही विश्वविद्यालय पत्रकार बनाने के बजाए गौशाला बनाने का जिम्मा ले लिया है मध्यप्रदेश ही नहीं वरन पूरे देश के अग्रणी पत्रकारों में गिने जाने वाले दादा माखनलाल के नाम पर बने पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति ने ये सनकी भरा फैसला यूनिवर्सिटी के बन रहे नये कैंपस में एक छोर पर गौशाला बनाने का प्लान तैयार करवाया है इस बाबत जब हमने वहां के  जिम्मेदार अधिकारियों से कुछ सवाल पूछना चाहा तो सबने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली यही नहीं कुलपति के इस आदेश से पूरे अधिकारी और कर्मचारी भी हतप्रभित हैं एक कर्मचारी ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि कुलपति जी अपने रूके हुए प्रमोशन पाने के लिए ये सब कर रहे हैं मतलब कर्मचारी का कहने का इशारा था की कुलपति जी अब अपना पदोन्नति पाना चाहते हैं .मगर ये साफ है की यूनिवर्सिटी कैंपस में गौशाला बनाए जाने का ताल्लुकात कुलपति के संघ बैकग्राउंड और उसके एजेंडे के तरफ इंगित करता है यही नहीं इस मुद्दे पर हमनें अनेक छात्रों से बात करने कि कोशिश की मगर यूनिवर्सिटी में कुलपति और उसके तथागत कर्मचारियों के डर से छात्रों ने इस पर बोलने से साफ मना कर दिया...इस मुद्दे पर जब हमने कांग्रेस से जुड़े संगठन एनएसयूआई के छात्र नेता सुहृद तिवारी से पूछा तो उन्होंने इस तरह के कार्यों का विरोध करते हुए कहा " हम पत्रकारिता के यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह के संप्रदायिक आयोजन या निर्माण नहीं होने देंगे. हम और हमारे संगठन ने इसका पुरजोर विरोध करने का फैसला किया है।" मगर ये विरोध कितना कारगर होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन एक पत्रकार यूनिवर्सिटी में इस तरह का निर्माण दुर्भाग्यपूर्ण है...संभवतः माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय विश्व का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जहाँ पत्रकार बनाने के बजाए गौशाला बनाया जा रहा है





---अविनीश मिश्रा---
लेखक माख़नलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का छात्र है।

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