पटना 22 अगस्त, बिहार में प्रलंयकारी बाढ़ ने जन-जीवन का अस्त-व्यस्त कर दिया है. बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए भाकपा-माले 19 से 25 अगस्त तक पूरे राज्य में बाढ़ राहत अभियान चला रही है. राजधानी पटना समेत आरा, जहानाबाद, अरवल, दरभंगा, सिवान, मुजफ्फरपुर, गया, नालंदा, नवादा, सासाराम, कैमूर, पटना ग्रामीण के फतुहा, नौबतपुर, पालीगंज, बिहटा, मसौढ़ी आदि इलाकों में पाटी्र कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर लोगों से सहयोग मांग रहे हैं. राजधानी पटना में तीन दिनों से भाकपा-माले, आइसा, इनौस व जसम के कार्यकर्ता राहत अभियान चला रहे हैं. आज 22 अगस्त को भी पटना रेलवे परिसर में राहत अभियान चलाया गया. जिसका नेतृत्व भाकपा-माले की कंेद्रीय कमिटी की सदस्य सरोज चैबे, नगर सचिव काॅ. अभ्युदय, राज्य कमिटी सदस्य रणविजय कुमार, कोरस की समता राय, आइसा के मोख्तार आदि नेताओं ने किया. इस मौके पर माले नेता सुधीर कुमार, आइसा नेता बाबू साहेब, आकाश कश्यप, रामजी यादव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे., इस बीच भाकपा-माले की एक राज्यस्तरीय टीम बाढ़ प्रभावित इलाके पर है. पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, राज्य कमिटी सदस्य पंकज सिंह, नवल किशोर आदि के नेतृत्व वाली टीम ने दरभंगा, कटिहार, पूर्णिया, अररिया आदि इलाकों का दौरा किया. दौरा के उपरांत प्रेस बयान जारी करके काॅ. धीरेन्द्र झा ने बताया कि बिहार की तकरीबन 3 करोड़ आबादी बाढ़ से प्रभावित है. सरकारी आंकड़ों से कहीं अधिक लोगों की मौतें हुई हैं और लोगों की जिंदगी पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गयी. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा चलाया जा रहा राहत अभियान नगण्य है. जिसकी वजह से जगह-जगह लोगों का आक्रेाश भी दिख रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार अविलंब बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कार्य में गति लाए. प्रत्येक परिवार के लिए तत्काल 1 क्विंटल अनाज व 20 हजार रु. मुहैया कराए. साथ ही, पुनर्वास व राहत टेंट के लिए आवश्यक कदम उठाये. मृतक के परिजन को 10 लाख के मुआवजे की राशि प्रदान की जाए.
मंगलवार, 22 अगस्त 2017
बाढ़ प्रभावितों के लिए माले का राज्यव्यापी राहत अभियान
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