बिहार : निगरानी टीम के आतंक के खिलाफ माले का राज्यव्यापी प्रतिवाद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

बिहार : निगरानी टीम के आतंक के खिलाफ माले का राज्यव्यापी प्रतिवाद

  • बीफ के नाम संघियों और खुले में शौच की निगरानी टीम के आतंक के खिलाफ माले का राज्यव्यापी प्रतिवाद.
  • राजधानी पटना में कारगिल चैक पर आयोजित हुई प्रतिरोध सभा.


cpi-ml-protest-for-beef-attack
पटना 4 अगस्त, भोजपुर के शाहपुर के रानीसागर गांव में बीफ के नाम पर अफवाह, उत्पात व उन्माद फैलाने की घटना और सासाराम में खुले में शौच की निगरानी टीम द्वारा फैलाए गए आतंक के खिलाफ आज भाकपा-माले ने राज्यव्यापी प्रतिवाद का आयोजन किया. राजधानी पटना सहित आरा, जहानाबाद, अरवल, दरभंगा, सिवान, मुजफ्फरपुर आदि जगहों पर प्रतिवाद सभायें आयोजित हुईं. पटना में कारगिल चैक पर प्रतिवाद सभा आयोजित की गयी, जिसे भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी सदस्य काॅ. शशि यादव, माले नेता काॅ. नसीम अंसारी, काॅ. प्रकाश और नवीन कुमार ने संबोधित किया. मौके पर पटना नगर के सचिव अभ्युदय, रामबलि प्रसाद, अनीता सिन्हा, मुर्तजा अली, पन्नालाल, विभा गुप्ता, अनय मेहता, अशोक कुमार, मधु, मोख्तार, बाबू साहेब सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे. प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए शशि यादव ने कहा कि बिहार में सत्ता हथियाने की बीजेपी की बेचैनी के असली मकसद अब साफ तौर पर जाहिर हो रहे हैं. नीतीश कुमार ने संघ-भाजपा के समक्ष घुटने टेक दिए हैं. उसके बाद संघियों का मनोबल काफी बढ़ गया है. संघ-भाजपा अब बिहार में भी बीफ के नाम पर अफवाह फैलाकर अल्पसंख्यक व दलित समुदाय के प्रति नफरत का माहौल बनाने और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश में लग गए हैं. भोजपुर के शाहपुर की घटना इसका ज्वलंत उदाहरण है. उन्होंने कहा कि जद (यू)-भाजपा सरकार के नवनियुक्त पशुपालन मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आज से तीन दिन पहले यह बयान दिया था कि ‘गोरक्षा’ कानून को पहले से और कड़ा बनाया जाएगा, उसके बाद भोजपुर की यह घटना सामने आई है. जाहिर है दलितों के स्वंयभू नेता रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस द्वारा दिए गए इस उन्मादी वक्तव्य के बाद संघ-भाजपा ने और आक्रमक रूख अपना लिया है.


नसीम अंसारी ने कहा कि एक तरफ बीफ का बहाना बनाकर अल्पसंख्यकों को टार्गेट किया जा रहा है, तोे दूसरी ओर स्वच्छ भारत अभियान दलित-गरीबों और महिलाओं के लिए आफत बन गयी है. सासाराम में खुले में शौच की निगरानी टीम का आतंक ऐसा हुआ कि लोग अपने को बचाने के लिए नदी में कूद पड़े. किसी तरह दो बच्चों की जान बची. आज पूरे बिहार में इस नाम पर थोक भाव में गिरफ्तारियां हो रही हैं. महिलाओं को अपमानित किया जा रहा है. शौच करते वक्त उनकी तस्वीर या वीडियाग्राफी करवाई जा रही है. सरकार गरीबों को शौचालय बनाने के लिए जमीन और पैसा तो उपलब्ध नहीं करा रही, लेकिन उनको अपमानित-प्रताड़ित जरूर कर रही है.
डाॅ. प्रकाश ने कहा कि मोदी और नीतीश दोनों जनता के विश्वासघाती हैं. एक तरफ रोजी-रोजगार पर हमला किया जा रहा है, तो दूसरी ओर विभिन्न बहानों से उनपर हमला किया जा रहा है. सभा को संचालित करते हुए नवीन कुमार ने शाहपुर में उत्पात मचाने वाले संघियों व बजरंग दल के गुंडों को अविलंब गिरफ्तार करना होगा. सासाराम की ओडीएफ निगरानी टीम पर भी सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

 मोदी-नीतीश के विश्वासघात के खिलाफ चल रहा है राज्यव्यापी विरोध अभियान
भाजपा-संघ द्वारा बिहार की सत्ता के अपहरण, जनादेश से अपमान व लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ आज बिहार के विभिन्न इलाकों में विरोध सभायें आयोजित की गयीं. जहानाबाद में मोदी- नीतीश द्वारा जनादेश से गद्दारी और लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ जिले भर में सभी प्रखण्डो पर धरना दिया गया. घोसी विधानसभा के चारो प्रखण्डो (घोसी, मोदनगंज, हुलासगंज, काको ) पर शानदार कार्यक्रम आयोजित हुए. वक्ताओं ने नुक्कड़ सभा के जरिए नीतीश के विश्वासघात के खिलाफ पर हमाला बोला और कहा कि बिहार में भाजपा की मनमर्जी नहीं चलने दी जाएगी. सिवान में पूर्व विधायक अमरनाथ यादव के नेतृत्व में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन हुआ. भोजपुर के जगदीशपुर में माले के युवा नेता अजीत कुशवाहा के नेतृत्व में ग्रामीण बैठकें हुईं और नीतीश कुमार के विश्वासघात व भाजपा-जदयू सरकार के गठन के उपरांत उत्पन्न नई परिस्थिति पर चर्चा आयोजित की गयी.

कोई टिप्पणी नहीं: