नयी दिल्ली 22 अगस्त, इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि सरकार वर्ष 2022 तक भूख और उपेक्षा से मुक्त नये भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। श्री प्रसाद ने यहां ढाई हजार से अधिक ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) को संबोधित करते हुये कहा कि ये वीएलई बदलाव के दूत हैं और ग्रामीण भारत में क्रांतिकारी बदलाव में इनकी महती भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को इन पर पूरा भरोसा है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में वीएलई द्वारा दी जा रही डिजिटल सेवाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के जरिये ग्रामीण महिलाओं में भी उद्यमशिलता आयी है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाली पांच महिला वीएलई को अमेरिका भेजने और जिला स्तरीय श्रेष्ठ वीएलई को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिये जाने की घोषणा करते हुये इस कार्यक्रम में मौजूद सभी वीएलई और अधिकारियों को ‘संकल्प से सिद्धि’ का संकल्प दिया। सीएससी के जरिये विभिन्न प्रकार की सेवायें और उत्पादों की बिक्री के उद्देश्य से इस मौके पर योग गुरू बाबा रामदेव के पतंजिल आयुर्वेद, इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय, भारत बिल भुगतान, आधार आधारित भुगतान सेवा डिजि पे और इफको के साथ सीएससी एसपीवी ने करार किये।
मंगलवार, 22 अगस्त 2017
नये भारत के निर्माण में सीएससी की होगी महत्वपूर्ण भूमिका : प्रसाद
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