दुमका : विश्व शांति व विश्व बंधुत्व दिवस के रुप में राजयोगिनी दादी प्रकाशमणी की मनायी गई दसवीं पुण्यतिथि - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

दुमका : विश्व शांति व विश्व बंधुत्व दिवस के रुप में राजयोगिनी दादी प्रकाशमणी की मनायी गई दसवीं पुण्यतिथि

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय की अनमोल रतन दादी प्रकाशमणी जी की दसवीं पुण्यतिथि 25 अगस्त को मनायी गई। इनका जन्म वर्ष 1922 में सिन्ध प्रांत के हैदराबाद शहर में हुआ था। दादी प्रकाशमणी जी का लौकिक नाम रमा था। 14 वर्ष की अल्पायु में ही सम्पूर्ण जीवन विश्व कल्याण के हितार्थ समर्पित करते हुए समस्त विश्व के प्रति सर्वांगीण विकास का मार्ग इन्होंने प्रशस्त किया। ईश्वरीय सेवाओं के विस्तार हेतु अनेक अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कारों से इन्हें सम्मानित किया गया। दादी प्रकाशमणि ने 25 अगस्त 2007 को अपने शरीर का त्याग कर दिया। दादी प्रकाशमणी जी की दसवीं पुण्य सेवा केन्द्र (नगरपालिका चैेक) स्थित ओमशान्ति भवन में मनायी गई। संसार में एक से एक महान हस्तियाॅं हुई है जिन्होंने अपनी खूबियों व विषेशताओं के आधार पर दुनियाॅं को प्रभावित किया तथा समाज में नई चेतना जागुत की, लेकिन दादी प्रकाशमणी जी का व्यत्तित्व व कृत्तिव दूसरों से भिन्न व निराला था। वे एक ओर सादगी की देवी थीं तो दूसरी ओर राॅयल भी। एक ओर जहाँ उनमें माॅं की ममता देखी जाती थी वहीं दूसरी ओर  एक तपस्वी की तपस्या भी। चुम्बकीय व्यत्तित्व की धनी दादी जी से एक बार जो मिल लेता, सारी जिंदगी उनका ही होकर रह जाता। दादी जी की दिव्यता का प्रकाश चारों ओर फैल रहा है। उन्होनें न केवल भारत अपितु समस्त विश्व को आलोकित किया। दादीजी कहती थीं, हारने वाला यदि प्रयास छोड दे ,हिम्मत हार जाये तो वह कभी दुबारा जीत नहीं सकता। कहते है ,हारा वो नही जिसने बाजी हारी है, हारा वह है जिसने हिम्मत हारी है। यदि वह फिर से अभ्यास करे ,अपनी कमियों को पहचान कर उसे दूर करे। ,सही आहार, सही आराम का ध्यान रखें तो यही हार कुछ समय बाद उसके गले में सफलता का हार बनकर आ सकती है। ऐसे महान विभूति दादी प्रकाशमणी जी को दुमका सेवाकेन्द्रं के सभी भाई-बहनों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रतिवर्ष 25 अगस्त को दादी प्रकाशमणि जी की पुण्यतिथि विश्व-शांति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनायी जाती है। 

फोटोः दादी प्रकाशमणि जी की तस्वीर

होली फैथ हेल्पिंग सोसाइटी ने जलाया शिक्षा का अलख
गैर सरकारी संस्था होली फैथ हेलपींग सोसाइटी के तत्वावधान में दिन गुरुवार को जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के गंद्रकपुर पंचायत के सुदूरवर्ती गांव सितासाल में माँ बाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति चैयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार यादव ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर बाल संरक्षण व उसके आधिकार से संबंधित जानकारी बच्चों के बीच दी गई। बच्चों के बीच स्लेट-पेंसिल वितरित कर संस्था के द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में बतलाया गया। स्थल पर मौजूद वार्ड सदस्य ने बच्चों से नियमित होली फैथ हेल्पिंग सोसायटी में पहुँचने की अपील की गई। इस अवसर पर संस्था के सुरज पाण्डेय ने बच्चों से मन लगा कर पढने एवं बाल मजदूरी से दुर रहने की अपील की। संस्था के वॉलंटियर मनोज कुमार एवं सरोजनी कुमारी ने अपना अहम समय खर्च किया।

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