लोकतंत्र खतरे में हैं : शरद यादव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 31 अगस्त 2017

लोकतंत्र खतरे में हैं : शरद यादव

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इंदौर, 30 अगस्त, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता शरद यादव ने आज मध्यप्रदेश के इंदौर में 'सांझी विरासत' नामक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में हैं। विविधता में एकता के लिए विश्व विख्यात भारत को साम्प्रदयिक शक्तियां बांटने में जुटी हुई हैं। कार्यक्रम को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष अजय कुमार, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के तारिक अनवर, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव, तमिलनाडु से राज्यसभा सदस्य और माकपा नेता डी राजा, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण यादव सहित स्थानीय नेताओं ने सम्बोधित किया। श्री यादव ने यहां गैर भाजपा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थति में संबोधित करते हुए कहा कि आजाद भारत की पहला मंत्रिमंडल सूची लेकर पहुंचे जवाहर लाल नेहरू को उस दौरान महात्मा गांधी जी ने कहा था कि इस सूची में दो लोगों के नाम और जोड़ लो और उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम मंत्रिमंडल में जुड़वा दिया था। गांधी जी ने ऐसा करते हुए उस वक्त देश कि सांझा विरासत की परिकल्पना का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया था। श्री यादव ने कहा कि बाबा साहब का बनाया गया सविधान सांझा विरासत है, जिसे आज छिन्न भिन्न करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार दादरी में अल्पसंख्यक परिवार के साथ हिंसा करती है। मुजफ्फरपुर में मकान जला दिए गए। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के एक जिन्दा छात्र गायब हो जाता है। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग कुचला जा रहा है। प्रधानमंत्री कहते हैं आस्था के नाम पर हिंसा नहीं होनी चाहिए। वे प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत करते हैं, लेकिन इसका अधिक स्वागत तब करता जब बोली हुई बात जमीन पर सही साबित होती। उन्होंने कहा कि सरकार का फर्ज है कि वह कमजोर की रक्षा करे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज संविधान की कसम खा कर पद पर बैठने वाले लोग कसम को तोड़ रहे हैं। श्री यादव ने गुरमीत राम रहीम को अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में भड़की हिंसा का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ये वही बाबा है, जिसके पास भाजपा के नेता कभी वोट का समर्थन मांगने गए थे। उन्होंने कहा कि राम रहीम के समर्थक जानते थे कि उन्हें सरकार का संरक्षण है। इसी के चलते उसके समर्थकों ने कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेकर मासूमों को निशाना बनाया। श्री नीतीश कुमार के बिहार में भाजपा के साथ सरकार बनाने से आहत दिखाई दे रहे श्री यादव ने तंज कसते हुए कहा कि ये कहना गलत है कि देश में अच्छे राजनेता नहीं हैं। देश में आज भी अच्छे राजनेता हैं। उन्होंने कहा कि राज गोली से नहीं, सच्ची बोली से चलता हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे सच्ची बोली और झूठी बोली की पहचान करें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का इंजन मतदाता का वोट होता है। इस दौरान श्री यादव ने अपने इमरजेंसी में जेल में रहने के समय के कई क्षण भी साझा किये।

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