नयी दिल्ली 16 अगस्त, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से संबोधन में बैंकों में जमा राशि और कालेधन को लेकर दिये गये आंकड़े राजस्व विभाग की जांच और तथ्याें पर आधारित हैं। श्री जेटली ने श्री मोदी द्वारा दिये गये आंकड़ों के स्रोत के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इन आंकड़ों का रिजर्व बैंक के नोटों की गिनती से कोई लेना-देना नहीं है। ये आंकड़े वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग और केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा किये गये विश्लेषण पर आधारित हैं। वित्त मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री को राष्ट्र के संबोधन में बैंकों में जमा राशि और कालेधन केे आंकड़ों को लेकर स्रोत बताने की जरूरत नहीं है। वित्त मंत्री मैं हूं और मैं आपके सवाल का जबाव दे रहा हूं।” श्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि बैंकों में तीन लाख करोड़ रुपये जमा हुये हैं जिनमें से दो लाख करोड़ रुपये के कालाधन होने का संदेह है। कुल 1.75 लाख करोड़ रुपये की जांच की जानी है और 18 लाख लोगों को नोटिस जारी किये गये हैं। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगे हैं कि श्री मोदी ये आंकड़े कैसे दे रहें हैं जबकि रिजर्व बैंक कह रहा है कि वह अभी भी नोटों की गिनती कर रहा है और जब तक गिनती पूरी नहीं हो जाती तब तक वह बैंकों में जमा राशि के आंकड़े बताने में सक्षम नहीं है।
गुरुवार, 17 अगस्त 2017
मोदी द्वारा कालेधन पर दिये गये आंकड़े जांच और तथ्याें पर आधारित : जेटली
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