रांची 11 अगस्त, झारखंड विधानसभा में आज राज्य के पाकुड़ जिले के एक अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक की आदिवासी महिलाओं के लेकर लिखी गयी अश्लील टिप्पणी वाली पुस्तक के मामले पर सत्ता और विपक्षी दलों के सदस्यों ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये चिकित्सक पर अविलंब कार्रवाई करने की मांग की। विधानसभा की बैठक शुरू होते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सीता सोरेन ने यह मामला उठाया। इस पर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि ऐसी भद्दी टिप्पणी लिखने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये। किताब को सदन में लाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि किताब को लेकर उस इलाके में तनाव की स्थिति है और किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने लेखक को तुरंत निलंबित करने की मांग की। इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और ऐसे व्यक्ति पर अनुसूचित जाति-जनताति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर और उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिये। संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने कहा कि उन्हें बताया गया कि किताब में कई आपत्तिजनक टिप्पणियां हैं इसलिये उसे सदन में नहीं लाया जा सकता है। किताब को प्रतिबंधित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास दिल्ली से लाैटेंगे तो उनसे बात कर इस पर आगे की कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस पर जो भी कार्रवाई होगी उससे सदन को सूचित किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि हांसदा सावेंद शेखर ने एक पुस्तक लिखी है जिसमें आदिवासी महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी की गयी है।
शनिवार, 12 अगस्त 2017
झारखंड विधानसभा में महिलाओं पर की गई टिप्पणी वाली किताब को लेकर नाराजगी
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