- जनप्रतिरोध के ही जरिए सामंती-सांप्रदायिक शक्तियों को दी जा सकती है शिकस्त.
पटना 27 अगस्त, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने राजद की ‘भाजपा भगाओ-देश बचाओ’ रैली पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि रैली में भाजपा द्वारा बिहार में सत्ता के अपरहण व नीतीश कुमार के विश्वासघात से आहत हुई बिहार की जनता का खुला आक्रोश दिखा. 2015 में जिन लोगों ने भाजपा की सामंती-सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ महागठबंधन को वोट किया था, उनकी बड़ी संख्या रैली में पहुंची थी. भाकपा-माले उन तमाम लोगों से राजनीतिक विश्वासघात के खिलाफ भाजपा-जेडीयू के अवैध शासन का जोरदार प्रतिरोध करने की अपील करती है. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा आज पूरे देश में लोकतंत्र व जनता के अधिकारों का दमन करके तानाशाही स्थापित करने की कोशिश कर रही है. देश में भाजपा-आरएसएस के संरक्षण में गौगुंडे आतंक मचाए हुए हैं. बिहार में भी सत्ता अपरहण के बाद वह बिहार को सामंती-सांप्रदायिक ताकतों की प्रयोगशाला बना देने पर आमदा है. भोजपुर से लेकर चंपारण तक गौगुंडों का आतंक जारी है. ऐसी ताकतों के खिलाफ हर मोर्चे पर संघर्ष को विकसित व विस्तारित करने की जरूरत है. यही वह रास्ता है, जिसके जरिए भाजपा जैसी ताकतों को मुकम्मल तौर पर हराया जा सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में भाजपा के इस फासीवादी अभियान के खिलाफ जमीनी स्तर पर दलित-गरीबों, अकलियतों व जनता के अन्य हिस्सों की मजबूत एकता बनेगी.
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