केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के नाम खुला पत्र - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के नाम खुला पत्र

  • ऐसे मनाया जन्मोत्सव

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पटना।आज अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संद्य के महा सचिव एस.के.लौरेंस का 64 वां जन्म दिन है। ईसाई समुदाय के कल्याण व विकास करवाने को कृतसंकल्प हैं। पत्र प्रेषण के सिलसिले में महा सचिव ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के नाम से खुला पत्र लिखा है।
  
     




      
सेवा में,

माननीय मुख्तार अब्बास नकवी,
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री(केंद्रीय),
केंद्रीयअल्पसंख्यक कल्याण विभाग,
नयी दिल्ली।


विषय:-देश तथा बिहार राज्य के अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की समस्याओं के समाधान,अल्पसंख्यकों के कल्याणकारी योजनाओं तथा सरकार में भागीदारी तथा अन्य आवश्यक मांगों की पूर्ति हेतु निवेदन।


महोदय,


उपरोक्त विषयों से सम्बंधित दो बार आपके अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को पत्र लिखकर कुछ मांगों की पूर्ति हेतु आग्रह किया गया है।परंतु दुःख की बात है कि आजतक उनपर ध्यान नहीं दिया गया है। हम ईसाइयों को ऐसा प्रतीत होने लगा है कि अल्पसंख्यक के नाम पर ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए ही हमारी सरकार या अल्पसंख्यक कल्याण विभाग योजना बनाती है।जबकि अल्पसंख्यक के नाम पर सभी अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए योजना बननी चाहिए।भेद-भाव नहीं होना चाहिए।फिर भी उम्मीद के साथ  पुनः हम ईसाई समुदाय की कुछ मांगों को आपके समक्ष पेश कर रहे हैं।ताकि हमारी मांगों को पूर्ण कर। अल्पसंख्यक ईसाइयों के साथ न्याय कर सकें।कुछ स्थानीय मांगें भी हैं,जिनकी पूर्ति हेतु मुख्य मंत्री,बिहार सरकार को पत्र लिखा गया है।



1.वर्षों से,मुस्लिम समुदाय को हज यात्रा के लिए प्राप्त अनुदान की तरह ,उसी तरह की धार्मिक यात्रा हेतु ईसाइयों को जेरुसलेम की तीर्थ यात्रा हेतु अनुदान प्रदान करने की मांग की जा रही है।परंतु आजतक इसकी उपेक्षा की गयी है। क्या इस तरह की निति अल्पसंख्यकों के ही बीच भेद-भाव नहीं दर्शाता है? क्या सब का साथ, सबका विकास, सबको न्याय की निति को झुठलाता नहीं है? अतः हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द ईसाइयों को भी पवित्र धाम जेरुसलेम की यात्रा हेतु अनुदान देकर न्याय करें।


2.जिस तरह धर्म के नाम पर हिन्दू दलितों(क्योंकि उनके सर्टिफिकेट में धर्म के रूप में हिन्दू लिखा होता है। तभी उन्हें आरक्षण प्राप्त होता है।) तथा अल्पसंख्यक सिख समुदाय को आरक्षण प्राप्त है।वैसे ही दलित मुस्लिमों तथा दलित ईसाइयों को भी आरक्षण देकर न्याय किया जाए।धर्म के नाम पर भेद भाव नहीं किया जाए।अगर इसके लिए संविधान में संशोधन करना पड़े तो किया जाए।ताकि सभी वर्ग को एक सामान आरक्षण प्राप्त हो।क्योंकि दलित तो दलित होता है।चाहे जिस धर्म को मानने वाला हो।


3.इन दिनों ईसाई समुदाय के धार्मिक स्थलों,विद्यालयों को क्षतिग्रस्त करने की कुछ घटना तथा समुदाय  के लोगों पर
आक्रमण की घटना होने लगी हैं।जिससे। ईसाई समुदाय भयभीत हो गया है।हाल ही में बिहार के बरबीघा स्थित चर्च की मूर्ति तथा राजा राजेश्वर मिशनरी स्कूल में तोड़ फोड़ की गयी। रक्षा-बंधन के तीन दिन बाद राजकोट के संत मैरी स्कूल के फादर जॉनसन पर झूठा आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया गया।उड़ीसा चर्च पर आक्रमण किया गया।ऐसी कई घटनाएं हैं।हो सकता है कि हमारे केंद्र सरकार की नियत हम ईसाइयों के प्रति नकारात्मक न हो,परंतु उदासीन भी नहीं होनी चाहिए।इधर कुछ वर्षों में "संईया भये कोतवाल, तो डर काहे का!" की तर्ज पर उपरोक्त घटनाओं को चंद लोगों द्वारा कानून को अपने हाथ में लेकर अंजाम दिया जा रहा है।अतः ईसाइयों ,उनके धार्मिक स्थल,धर्म गुरुओं तथा ईसाई शिक्षण संस्थानों को  हर तरह से सुरक्षा प्रदान की जाए तथा कानून को अपने हाँथ में लेकर अत्याचार करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए।क्योंकि हम ईसाई भी इस देश के उतने ही देश भक्त हैं तथा इसी देश की मिट्टी के वासी हैं,जितना अन्य सभी नागरिक अपने आप को समझते हैं।हमें भी अपने देश में औरों की तरह संविधान के दायरे में रहकर स्वाधीनता पूर्वक रहने,जीवन जीने तथा स्वेच्छा से अपने मन माफिक धर्म को मानने तथा कार्य करने का अधिकार है।



4.अल्पसंख्यकों के लिए बनायी गयी कल्याणकारी योजनाओं तथा अन्य कार्यक्रमों में ईसाई समुदाय को भी भागीदारी प्राप्त हो।


5.हमारी समस्याओं के समाधान तथा हमारी मांगों को उचित तरीके से उठाने के लिए राज्य सभा तथा हर राज्यों के विधान सभा या विधान परिषद में एक ईसाई प्रतिनिधि का मनोनयन हो।


6.महिलाओं को प्राप्त आरक्षण में ईसाई महिलाओं को भी शामिल किया जाए।


7.ईसाई युवाओं को सरकारी कार्यक्रमों में प्रतिनिधित्व मिले तथा रोजगार हेतु सहयोग प्राप्त हो।


हम विश्वास करते हैं कि  हमारे ह्रदय की आहत भावनाओं को समझकर तथा जल्द से जल्द उपरोक्त मांगों को पूरा कर हम अल्पसंख्यक ईसाइयों के साथ अवश्य न्याय करेंगे तथा जल्द ही पत्र के जरिये हमें अवश्य सूचित करेंगे।

धन्यवाद।


एस.के.लॉरेंस
महा सचिव,
अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना।
पंजीकृत सं.1129
पता:-फातिमा माता सुसमाचार केंद्र के पीछे,शिवजी नगर,मखदुमपुर,
पो.दीघा(पटना)- 800011.   

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