रांची 17 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सृजन घोटाले से एक बार फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग करते हुये आज कहा कि आज तक कोई आरोप नहीं लगने का दंभ भरने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस घोटाले में पोल खुल गई है। श्री यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “श्री कुमार उर्फ पलटूराम हमेशा यह दंभ भरते रहे कि उनपर आज तक न तो कोई आरोप लगा और न ही किसी मामले में नाम आया है लेकिन भागलपुर में हुये करोड़ों रुपये के सृजन घोटाले में उनकी पोल खुल गई है। इस मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को समझ में आ गया था कि के उनके कच्चे चिट्ठे का पता चल गया है इसलिए वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शरण चले गये। राजद अध्यक्ष ने कहा कि श्री कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी दोनों की भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा जीरो टॉलरेंस की बात करते रहे हैं लेकिन दोनों भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इस मामले में श्री मोदी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सृजन घोटाले की राशि से ही भाजपा सांसद निशिकांत दूबे का मॉल बन रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में श्री कुमार को सृजन घोटाले का पता चल गया था फिर भी वह चुप बैठे रहे और भागलपुर में अपने पसंद के जिलाधिकारी का तबादला कराया ताकि मामले को दबाया जा सके।
श्री यादव ने कहा कि श्री तेजस्वी यादव से मुख्यमंत्री इतना डर गये हैं कि उन्हें भागलपुर में सभा नहीं करने दिया गया और कहा कि वहां धारा 144 लगी है इसलिए सभा नहीं होगी। श्री कुमार तानाशाह हो गये हैं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ फर्जी मुकदमा कर बेवजह परेशान किया जा रहा है। राजद अध्यक्ष ने कहा कि श्री मोदी पर कोई हमला नहीं हुआ है वह नकली आदमी हैं और झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सृजन मामले में चारा घोटाला से बड़ी राशि का गबन किया गया है। गौरतलब है कि भागलपुर में सृजन महिला विकास समिति, बैंक और जिला समाहरणालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी राशि के हुए घोटाले में अभी तक करीब 1000 करोड़ रुपये के मामले उजागर हो चुके हैं जिसमें गबन की जाने वाली सर्वाधिक राशि जिला भू-अर्जन एवं जिला कल्याण विभाग की है।
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