अर्द्धशतक से एक कदम दूर राजग, जदयू 49 वीं पार्टी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 20 अगस्त 2017

अर्द्धशतक से एक कदम दूर राजग, जदयू 49 वीं पार्टी

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नयी दिल्ली 19 अगस्त, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में करीब चार साल वापसी के बाद सत्ताधारी गठबंधन अर्द्धशतक बनाने से बस एक पायदान दूर रह गया है, पिछले आम चुनाव में 29 राजनीतिक दलों वाले राजग ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की और केन्द्र में सरकार बनायी, सत्ता में तीन साल के दौरान 20 पार्टियों के साथ जुड़ने से राजग में शामिल दलों की संख्या 49 हो गयी है। ऐसी चर्चा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की एक प्रमुख पार्टी भी अगले कुछ माह में राजग के जहाज़ पर सवार हो सकती है। वर्ष 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की अगुवाई में अस्तित्व में आये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राजग ने अपनी 19 वर्ष की यात्रा में नौ वर्ष सत्ता और दस वर्ष विपक्ष में व्यतीत किये हैं। राजग में शामिल दलों में शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ही हमेशा इसका हिस्सा रहे हैं जबकि अन्य दल आते जाते रहे हैं। जदयू भी आरंभ से राजग का हिस्सा रहा लेकिन वह 2013 में राजग से बाहर चला गया था और आज पुन: इस गठबंधन में औपचारिक रूप से लौट आया। 1998 में पहली बार बने राजग में 14 पार्टियां थीं जो 1999 में बढ़कर 16 हो गयीं जबकि तेलुगु देशम पार्टी केंद्र की इसकी सरकार को बाहर से समर्थन दे रही थी। वर्ष 2004 में राजग का आकार कम हो गया और उस वर्ष आम चुनाव में गठबंधन में 12 दल ही बचे थे जबकि वर्ष 2009 में राजग में 13 दल थे। 2009 के आम चुनावों में सफलता से वंचित रही भाजपा ने वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले पार्टी संगठन के साथ साथ राजग को भी सुदृढ़ एवं व्यापक बनाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया। उसने 29 दलों को राजग में जोड़ कर चुनाव लड़ा और स्वयं पूर्ण बहुमत से दस अधिक 282 सीटें जीतीं जबकि राजग को कुल 336 सीटें हासिल कीं। श्री अमित शाह ने भाजपा अध्यक्ष का पद संभालने के बाद देश भर में भाजपा का बूथस्तर का संगठन में जान फूंकने का अभियान छेड़ा है और उसी के साथ साथ राजग का विस्तार भी चलता रहा। केरल, पूर्वोत्तर के राज्यों और तमिलनाडु में अनेक छोटे छोटे दलों को राजग में जोड़ा गया है। राजग के कुनबे में प्रवेश करने वाला सबसे महत्वपूर्ण दल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) रहा जिसके साथ मिलकर भाजपा ने जम्मू कश्मीर में सरकार बनायी है। अाज जदयू के वापसी के फैसले से पहले लोकसभा में राजग के सदस्यों की संख्या 337 और राज्यसभा में 75 है। इस समय 13 राज्यों में भाजपा के नेतृत्व वाली और पांच राज्यों -बिहार, सिक्किम, जम्मू कश्मीर, आंध्र प्रदेश और नागालैंड में सहयोगी दलों के नेतृत्व वाली सरकारें हैं। देश के विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में कुल 4120 सीटों में से राजग के पास 1814 सीटें हैं जिनमें भाजपा की सीटें 1406 हैं।

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