बिहार में बेकार प्लास्टिक के इस्तेमाल से बनेंगी सड़कें - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 9 अगस्त 2017

बिहार में बेकार प्लास्टिक के इस्तेमाल से बनेंगी सड़कें

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पटना 09 अगस्त, बिहार सरकार ने कचरा प्रबंधन के प्रति गंभीरता दिखाते हुये आज कहा कि इस वर्ष 657 किलाेमीटर लंबी 374 सड़कों के निर्माण में बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में ग्रामीण कार्य विभाग की यहां हुई समीक्षा बैठक के बाद कहा कि श्री कुमार के सड़क निर्माण में बेकार प्लास्टिक के इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर उन्हें बताया गया कि इस वर्ष 657 किलोमीटर लंबी करीब 374 सड़कों के निर्माण में बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। श्री सिन्हा ने बताया कि बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल कर सड़क बनाने से कचरा प्रबंधन में सहूलियत होने के साथ ही विटुमिन की मात्रा आठ प्रतिशत तक कम करने में मददे मिलेगी। इसके अलावा लोगों को नियमित रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के पर्यटन स्थलों का सर्वेक्षण कर पर्यटन संपर्क योजना भी बनाई जा रही है। 


विकास आयुक्त ने बताया कि राज्य में सभी ग्रामीण पथों की लंबाई 1,29,473 किलोमीटर है, जिसमें लगभग 69,000 किलोमीटर की लंबाई में पथों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। विभाग के समक्ष अगले तीन वर्षों में करीब 60,900 किलोमीटर की लंबाई में पथों का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिये वास्तविक कार्य योजना बनायी गयी है और इसके अनुसार आवश्यक राशि का भी आकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल बसावट की संख्या 1,29,209 है, जहां से लगभग 68,200 बसावटों को एकल संपर्कता प्रदान की जा चुकी है और लगभग 61,000 बसावटों को अगले तीन वर्षों में चरणबद्ध तरीके से संपर्कता प्रदान कर दी जायेगी। श्री सिन्हा ने बताया कि सात निश्चय के तहत ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना में 4,643 टोलों को संपर्कता प्रदान की जानी है। ये वैसे टोले हैं जहां आम तौर पर समाज के पिछड़े एवं कमजोर तबके के लोग रहते हैं। अभी तक लगभग एक तिहाई ऐसे टोलों को संपर्कता देने की योजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है और इसी वर्ष शेष टोलों की सड़कों की योजनाओं को भी मंजूरी दे दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में राज्य ने सबसे अधिक लंबाई में पथ का निर्माण करने तथा सबसे अधिक संख्या में बसावटों को जोड़ने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। बैठक में ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेष कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित ग्रामीण कार्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे। 

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