ग्लास्गो ,26 अगस्त, भारत की सायना नेहवाल जापान की नोजोमी ओकूहारा के खिलाफ पहला गेम जीतने के बाद अपनी लय खो बैठी और उन्हें विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में शनिवार को 21-12, 17-21,10-21 से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। 12 वीं सीड सायना को सातवीं वरीय आेकूहारा ने एक घंटे 14 मिनट तक चले मुकाबले में हराकर महिला एकल के फाइनल में प्रवेश कर लिया। सायना ने पहला गेम बड़ी आसानी से जीत लिया था लेकिन फिर वह अपनी लय को कायम नहीं रख पायीं और उनके हाथ से दूसरी बार विश्व प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने का मौका निकल गया। सायना 2015 में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी और तब उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। सायना का विश्व प्रतियोगिता में यह दूसरा पदक है। विश्व रैंकिंग में 16 वें नंबर की सायना का 12 वें नंबर की जापानी खिलाड़ी के खिलाफ इससे पहले तक करियर रिकार्ड 6-1 था। सायना ने इस वर्ष आल इंग्लैंड में ओकूहारा को पराजित भी किया था। सायना ने सेमीफाइनल में शानदार शुरुआत की और पहले गेम में 8-2 की बढ़त बनाने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने अपनी बढ़त को 15-6 और 18-10 पहुंचाते हुए 21-12 पर पहला गेम समाप्त कर दिया। यहां लग रहा था कि सायना आसानी से मैच जीत जायेंगी लेकिन ओकूहारा के इरादे कुछ और ही थे। जापानी खिलाड़ी ने दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत करते हुए 4-0 की बढ़त बनाई। सायना ने ओकूहारा को 9-9 की बराबरी पर जा पकड़ा। ओकूहारा फिर 13-10 और 15-12 से आगे हो गयीं। सायना ने 15-15 से बराबरी की। ओकूहारा ने 17-17 के स्केार पर लगातार चार अंक लेकर दूसरा गेम 21-17 से जीत लिया। निर्णायक गेम में सायना का दमखम जवाब दे गया। ओकूहारा ने निर्णायक गेम में 1-3 के स्कोर पर लगातार नौ अंक लिये और 10-3 की बढ़त बनाने के बाद मैच पर अपना शिकंजा कस दिया। सायना के पास अब वापसी करने का कोई मौका नहीं रह गया और ओकूहारा ने तीसरा गेम 21-10 से निपटाते हुए मैच समाप्त कर दिया।
रविवार, 27 अगस्त 2017
सायना को कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष
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