पटना 23 अगस्त, बिहार विधानसभा में सृजन घोटाले को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच बिहार राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2017 समेत छह महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कर दिया गया । भोजनावकाश के बाद सभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल(राजद) ने सृजन घोटाले के मामले में विस्तृत चर्चा के लिये कार्यस्थगन प्रस्ताव की सूचना दी है । उन्होंने कहा कि इसपर तुरंत सदन में चर्चा करायी जानी चाहिए जिसपर सभाध्यक्ष ने कहा कि समय पर इसकी सूचना नहीं दी गयी । इसके बाद सृजन घोटाले पर चर्चा की मांग करते हुए राजद सदस्य सदन के बीच आ गये और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे । सभाध्यक्ष ने हंगामा कर रहे राजद सदस्यों से शांत रहने और अपनी -अपनी सीट पर वापस लौटने का आग्रह किया लेकिन उनपर इसका कोई असर नहीं हुआ । इसी बीच राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से दिये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव की सूचना पर तुरंत निर्णय लिया जाना चाहिए और सृजन घोटाला मामले पर चर्चा करायी जानी चाहिए।
सभाध्यक्ष ने कहा कि वह सृजन घोटाला मामले पर सदन में चर्चा कराने के लिये तैयार हैं । उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विचार- विमर्श कर इस मामले पर चर्चा कराये जाने के संबंध में निर्णय लिया जायेगा । तभी संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने भी कहा कि विपक्ष यदि नियम के अनुरूप प्रस्ताव लाये तो सरकार इस मामले पर चर्चा के लिये तैयार है । राजद सदस्य सदन में लगातार नारेबाजी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के त्याग पत्र की मांग करते रहे । सभाध्यक्ष के आग्रह करने के बावजूद राजद सदस्य शांत नहीं हुए और नारेबाजी करते रहे। शोरगुल के बीच ही सभाध्यक्ष ने सदन में विधेयक पारित कराये जाने प्रक्रिया शुरू कर दी । राजद सदस्यों के नारेबाजी के बीच ही संबंधित विभाग के मंत्री विधेयक को सदन में पेश किया जिसे पारित कर दिया गया । जिन छह विधेयकों को सदन में पारित किया गया उनमें बिहार विनियोग अधिकाई व्यय ( 1981-82 , 1986-87 , 1989-90 , 1993-94 एवं 1995-96 ) (संख्या -2) विधेयक 2017 ,बिहार कराधान विधि (संशोधन एवं विधि मान्यकरण ) विधेयक 2017 , बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग विधेयक 2017 , बिहार राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2017 , बिहार राज्य जल और वाहित मल बोर्ड (निरसन) विधेयक 2017 और बिहार चिकित्सा (संशोधन) विधेयक 2017 शामिल है । इसके बाद सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को कल तक के लिये स्थगित कर दी ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें