हिंसा बर्दाश्त नहीं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 28 अगस्त 2017

हिंसा बर्दाश्त नहीं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे : मोदी

violence-in-name-of-any-kind-of-faith-will-not-be-tolerated-pm
नयी दिल्ली, 27 अगस्त, बलात्कार के दोषी पाये गये डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों द्वारा हरियाणा में मचाये गये उत्पात तथा हिंसा के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी और कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। श्री मोदी ने आकाशवाणी पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों द्वारा की गयी हिंसा पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा “मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूँ, कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा की राह पर दमन करने वाले किसी को भी, चाहे वो व्यक्ति हो या समूह हो, न ये देश कभी बर्दाश्त करेगा और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी | हर किसी को कानून के सामने झुकना होगा, कानून ज़बाबदेही तय करेगा और दोषियों को सज़ा देकर रहेगा।” प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने हिंसा करने वालोें को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा “मैंने लाल किले से भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, चाहे वो सांप्रदायिक आस्था हो, राजनैतिक विचार धाराओं के प्रति आस्था हो, व्यक्ति के प्रति आस्था हो,परम्पराओं के प्रति आस्था हो, आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है|” उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह की हिंसा से बचना चाहिए और याद रखना चाहिए “ हमारा देश बुद्ध और गांधी का देश है, देश की एकता के लिए जी-जान लगा देने वाले सरदार पटेल का देश है| सदियों से हमारे पूर्वजों ने सार्वजनिक जीवन-मूल्यों को, अहिंसा को, समादर को स्वीकार किया हुआ है, हमारे ज़ेहन में भरा हुआ है| अहिंसा परमो धर्म:, यह हम बचपन से सुनते और कहते आये हैं।” श्री मोदी ने कहा कि यह दुखद और चिंताजनक है कि एक तरफ देश उत्सवों में डूबा हुआ है और दूसरी तरफ देश के किसी कोने से आस्था के नाम पर हिंसा की खबरें आती हैं। उन्होने कहा कि डॉ बाबा साहब आंबेडकर ने देश को जो संविधान दिया है उसमें हर व्यक्ति को न्याय पाने की हर प्रकार की व्यवस्था है। 

कोई टिप्पणी नहीं: