पटना:- बक्सर में शांतिपूर्ण आन्दोलन पर कल हुए लाठीचार्ज के खिलाफ जिला सचिव सहित 4 की बिना शर्त रिहाई, भागलपुर एवं बक्सर में छात्र नेताओं को झूठे मुकदमें में फंसाने के खिलाफ, आज पटना ए॰आई॰एस॰एफ॰ के छात्रों ने अपने गुस्से को जाहिर किया। गांधी मैदान स्थित शहीद भगत सिंह चैक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर रोष को प्रकट किया। पुतला दहन से पूर्व बी॰एन॰ काॅलेज गेट से एक जुलूस भी निकाला गया। शहीद भगत सिंह चैक पर पुतला दहन के बाद एक सभा भी आयोजित की गई। सभा को संबोधित करते हुए ए॰आई॰एस॰एफ॰ के बक्सर में एक निजी अस्पताल विश्वामित्र हास्पीटल मंे एक गरीब महिला का किडनी बेच दिया गया था, जिसके कारण उस महिला की मृत्यु हो गई। महिला की मृत्यु के बाद वहाँ ए॰आई॰एस॰एफ॰ और अन्य समाजिक संगठनों के लोगों ने गस्से को प्रकट किया। पुलिस ने आन्दोलनकारी की मांगों के बजाय उल्टे आन्दोलनकारी पर ही मुकदमा कर उन्हें जेल भेज दिया तथा इस पूरे मामले पुलिस प्रशासन एवं बिहार की सरकार किडनी चोरों को संरक्षण दे रही है। ए॰आई॰एस॰एफ॰ ने बक्सर जिला सचिव सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कल भी पूरे राज्य में काला दिवस मनाया जाएगा।
सभा की अध्यक्षता करते हुए ए॰आई॰एस॰एफ॰ के पटना विश्वविद्यालय सचिव संदीप कुमार शर्मा ने कहा कि जब से ठश्रच् की सरकार फिर से सत्ता में आई है, नीतीश मोदी की जोड़ी ने आन्दोलनकारियों पर दमन तेज कर दिया है। भागलपुर और बक्सर मंे छात्र नेताओं पर झूठे मुकदमें किये गये हैं। बक्सर के भगोड़े सांसद अश्विनी चैबे का 4 दिन पहले विरोध करने के कारण गिरफ्तारी हुई है। सरकार अगर नहीं चेतती है तो आनेवाले दिनों में आन्दोलन और उग्र रूप धारण करेगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी बिहार राज्य के मौजूदा सरकार पर होगी। सभा को संबोधित करने वालों में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के जिला अध्यक्ष राजीव किशोर, राकेश प्रसाद, मुकेश कुमार, विकास कुमार, सुभाष पासवान, ओशो, गौतम, प्रशांत, अमन, सूरज, मंजीत, प्रियम पार्थ, कुंदन, आर्यन वर्मा, मोहत तिवारी, गौतम श्रीवास्तव, सुमित सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।
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