गरीबों के नाम 25 लाख, गरीबों के काम में लगेगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 17 सितंबर 2017

गरीबों के नाम 25 लाख, गरीबों के काम में लगेगा

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पटना। देहरादून में रहने वाले अंशु गुप्ता दिल्ली आ गये। यहीं पर शोहरत हासिल करने की ज्ञान प्राप्त की। बीबी मीनाक्षी और सुपुत्री पूर्वी के बीच में परोपकारी संस्था 'गूंज' मिल गयी।हां, उनको रमन मैग्सेसे अवार्ड भी मिल गया। एक जिगरी दोस्त व कृत्य के प्रशंसक सिने कलाकार अभिषेक बच्चन मिल गये। जो कौन बनेगा करोड़पति के हॉल सीट तक पहुंचाया वरण साथ-साथ गेम खेले भी।दोनों मिलकर 25 लाख रू.जीते। एनजीओ गूंज के संस्थापक हैं अंशु गुप्ता। दिल्ली में जर्नलिज्म कोर्स किया।.इसके बाद पत्रकारिता किये। वे 2 साल तक पावर गेट के पास प्राइवेट नौकरी की। यहां से हटने के बाद एक विज्ञापन एजेंसी के पास कार्य किया। वे 1995 में शादी किये। 1999 में ' गूंज' नामक एनजीओ  बना लिये। 1998 में जन्म लेने वाली पूर्वी गुप्ता कहती हैं कि 'गूंज' बड़ा भाई है। इस समय 'गूंज' के द्वारा 22 राज्य और 10 बाढ़ग्रस्त राज्यों में शानदार कार्य किया जा रहा अंशु गुप्ता के नेतृत्व में। 'गूंज' के संस्थापक हैं। धर्मपत्नी मीनाक्षी गुप्ता का  साथ 22 वर्षों से मिल रहा है। हाल के महीने में परिणय सूत्र में बंधने का 22 का जश्न मनाये थे।


हर शुक्रवार को केबीसी में 'नयी चाह नयी राग' के तहत किसी शख्सियत के साथ गेम खेला जाता है। केबीसी में सीने कलाकार अभिषेक बच्चन के साथ हॉट सीट पर दिखे गूंज के संस्थापक अंशु गुप्ता।सोनी टीवी पर आने वाला सीरियल 'कौन बनेगा करोड़पति' का एपिसोड रोंगटे खड़े करने वाला था। शो में आए गूंज संस्था के संस्थापक अंशु गुप्ता ने एक पांच साल की बच्ची की कहानी सुनाई। जिसे सुनकर वहां बैठा हर शख्स हैरान था। यहां तक कि शो के होस्ट बिग बी को भी पहली बार में यकीन नहीं हुआ कि वह जो सुनकर रहे हैं वह सही सुन रहे हैं। दरअसल, शो में पहुंचे एक सोशल वर्कर ने दिल्ली में गरीबी में जी रहे उन लोगों की एक ऐसी कहानी बताई, जो उनकी आंखों देखी थी। शो के दौरान अपनी संस्था के बारे में बताते हुए अंशु गुप्ता ने बताया कि उन्हें यह आइडिया कहां से आया। अंशु ने बताया कि वह किसी स्टोरी के सिलसिले में दिल्ली की सड़कों पर घूम रहे थे और उन्हें तभी एक ऐसा व्यक्ति मो.हबीब मिला जो सड़क पर पड़ी लावारिस लाश उठाने का काम करता था । ऐसा करने से 20 रू. 2 मीटर कपड़ा मिलता था।.ठंडक दिनों में पड़ने वालों की संख्या हो जाती थी। मो.हबीब की एक पांच साल की बच्ची थी, जो ठंड से बचने के लिए लाश से लिपट कर सोती थी। जब उससे पूछा गया कि वह लाश से लिपट कर क्यों सोती है, तो उस पांच साल की बच्ची का कहना ता कि न लाश हिलती है और न ही परेशान करती है। इसलिए ठंड से बचने के लिए वह लाश से लिपट कर सो जाती है। यह सुनकर अंशु गुप्ता ने इस तरह के लोगों की मदद करने की सोची और गूंज संस्था बना डाली। यह संस्था 22राज्यों में सहायता प्रदान कर रही है।

और 67 पीस कपड़े से 3 हजार टन क्लौथ। बस क्लौथ फॉरवर्ड का ही खेल है। महानगरों से कपड़े 12 सेंटरों पर जमा किया जा सकता है। इन कपड़ों को धोया जाता है। कपड़ों के स्तर के अनुसार वितरण किया जाता है। अब तो सैनिटरी नैपकिंस बना रहे है। गांव के लोगों के पास कपड़ा नहीं रहता था। जिसके कारण माहवारी के समय साफी,अखबार,राख,द्यास आदि का प्रयोग करते थे किसी तरह से रक्तस्त्राव को रोक सके, बाहर न दिखायी दें और.असर न छोड़े। इसके आलोक सैनिटरी नैपकिंस बनाकर महिलाओं के बीच वितरित करते हैं। कोसी बाढ़ के दरम्यान बैठक कर महिलाओं को समझाने और बुझाने बाद देते थे। यह सब सुनने के बाद बिग बी ने कहा कि केबीसी सेट पर बता दें कि अंशु ने शो में अभिषेक बच्चन के साथ हॉट सीट शेयर की थी। और दोनों ने मिलकर 25 लाख रुपये जीते। यह प्राइज मनी जरुरतमंदों के काम के लिए डोनेट करेंगे। इतना ही अभिषेक की टीम 'पिंक पैंथर्स' को भी गेस्ट के रूप में बुलाय गया था। वैसे शो में बाप-बेटे की जोड़ी को देखना काफी दिलचस्प रहा। बिग बी को हॉट सीट पर बैठा कर अभिषेक ने कई सवाल किए। जो कि अमिताभ की फिल्मों से ही संबंधित थे। इतना ही नहीं अपनी फिल्म के डॉयलॉग पहचानने के लिए बिग बी को बी लाइफ लाइन यूज करनी पड़ी।

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