- 6 माह से वेतन को मोहताजों से आवंटन लाने को 500 रू. और ऑन लाइल करने का भी 500 रू.मांगा
- मंत्री मंगल पांडेय के समय भी अमंगलकारी साबित
पटना। जिस जिले के ईमानदार हैं डीएम साहब तो उसी जिले के बड़ा बेईमान 'बड़ा बाबू'। जी हां पटना जिले के ही बारे में खुलेआम चर्चा हैं डीएम संजय कुमार अग्रवाल कर्तव्यनिष्ट अधिकारी हैं। अपने जिले में कार्यरत राज्यकर्मियों से भी अपेक्षा रखते हैं। अच्छे कार्य करने वालों को सम्मानित करते हैं। जो बेहतर कार्य नहीं करते हैं तो उनको छोड़ते नहीं है। मगर डीएम साहब हकीकत जानकर खुद ही शर्मिंदे हो जाएंगे। आपके कार्यक्षेत्र में पड़ता है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,धनरूआ। बड़ा बाबू सरकारी खंजाने को बाप का माल समझता है। खुलेआम दाम लेकर काम करता है। यहां के प्रति स्वास्थ्यकर्मियों से गर्दनीबाग में स्थित सिविल सर्जन कार्यालय से आंवटन राशि लाने के एवज में 500 रू. मांगकर रहा है बड़ा बाबू। आप ही डीएम साहब निर्णय कर लें। सुशासन सरकार के शासनकाल में रिश्वतखोरी खत्म हो रही है कि बढ़ रही है। इसका विरोध करने पर खुलेआम धमकी देते हैं कि तेरा कार्य नहीं करेंगे। जिधर जाकर शिकायत करना है, आप जाकर कर सकते हैं किसी से डर नहीं है।
यह सर्वविदित है कि आजकल वेतन वितरण ऑन लाइन से किया जा रहा है। ऑन लाइन वेतन वितरण करने के लिये प्रति कर्मी 500 रू.लिया जा रहा है। जियो 4 जी उपलब्ध है, तो किस पैमाने से राशि की मांग जा रही है। यह सवाल उठता है कि सुशासन सरकार में सिस्टम फेल हो गयी है। यह कहां का न्यायसंगत है कि कर्मी ही आंवटन और ऑन लाइन करने के लिये राशि दें। आज पूजा समिति वाले दशहरा के पावन अवसर पर बतौर 250 रू. चंदा देने को कहने लगे। तब स्वास्थ्यकर्मी कहने लगी कि माह से वेतन नहीं मिल रहा है तो कहां से ढाई सौ रू.दें। चंदा काटने वाले कहने लगे कि मंहगाई है प्रत्येक साल 20 हजार रू.की बढ़ोतरी हो जा रही है। आप चंदा देंगे तब न पूजा कर पाएंगे। बातों बात से नंगाकर 100 रु.ग्रहण किया। आखिर नियमित वेतन भुगतान न होने से डीएम साहब कब और कहां -कहां राज्यकर्मी नंगा होते रहेंगे? एनडीए शासनकाल में उम्मीद बंधी थी कि नियमित वेतन मिलने लगेगा। मगर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के कार्यकाल में भी अमंगलकारी साबित हो रहे हैं।
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