‘मन की बात’ देशवासियों की अनुभूति की यात्रा: मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 24 सितंबर 2017

‘मन की बात’ देशवासियों की अनुभूति की यात्रा: मोदी

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नयी दिल्ली 24 सितम्बर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनके कार्यक्रम ‘मन की बात’ के तीन साल पूरे हो गए हैं और यह देशवासियों की भावनाओं और अनुभूति की यात्रा रही है। श्री मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में कहा कि उन्होंने इस कार्यक्रम को हमेशाा आचार्य विनोबा भावे की उस बात को याद रखा है, जो वह हमेशा कहा करते थे- अ-सरकारी, असरकारी और इसलिए उन्होंने अपने कार्यक्रम को राजनीति के रंग से दूर रखा है और इसमें सामान्य जन को केन्द्र में रखते हुए स्थिर मन से उनके साथ जुड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से उन्हें देश के सामान्य मानव के भावों को जानने-समझने का जो अवसर मिला है और इसके लिए वह देशवासियों के बहुत आभारी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात के तीन साल पूरा होने के बाद समाज विज्ञानी, विश्वविद्यालय, शोधकर्ता और मीडिया विशेषज्ञों को इसका विश्लेषण करके देखना है कि इसमें क्या गुण दोष रहे और यह विचार-विमर्श भविष्य ‘मन की बात’ के लिए भी अधिक उपयोगी होगा तथा इससे एक नयी चेतना और ऊर्जा मिलेगी । उन्होंने कहा कि मन की बात की 36 वीं श्रृंखला है और इसके जरिए उन्हें लोगों की भावनाओं, इच्छाओं, अपेक्षाओं तथा शिकायतों को समझने का एक अद्भुत अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा कि यह उनके मन की बात है बल्कि यह देशवासियों के मन , उनके भाव तथा उनकी आशा-अपेक्षाओं से जुड़ी हुई हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए उन्हें कई जानकारियां और सूचनाएं प्राप्त होती हैं, जिनमें कुछ प्रेरणा देने वाली होती हैं तो कई सरकार में सुधार के लिए होती हैं। कहीं व्यक्तिगत शिकायत होती हैं तो कहीं सामूहिक समस्या पर ध्यान आकर्षित किया जाता है ।

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