दिल्ली में मिथिलालोक फांउडेशन के तत्वाधान में पाग सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पत्रकार रमाकांत चैधरी एवं मैथिल अकादमी में पूर्व अध्यक्ष श्री कमलाकांत झा को पाग सम्मान से नवाजा गया। इस कार्यक्रम में मिथिला के कई अन्य गणमान्य को पाग पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। यह पाग सम्मान श्री रमाकांत चौधरी को उनके द्वारा मिथिला में किए गए उत्कृष्ट समाजिक कार्यों के लिए दिया गया है। इस मौके पर श्री रमाकांत चौधरी ने कहा, “मैं बहुत आभारी हूँ कि मिथिलालोक फांउडेशन ने मेरे सामाजिक कार्य को स्वीकार किया और मुझे पाग सम्मान से सम्मानित किया है, कोई भी पुरस्कार किसी व्यक्ति को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरणा देती है एवं प्रोत्साहित करता है. अतः मैं यह जरुर कहना चाहता हूँ कि मैं अपने समाज के लिए अपना योगदान निरंतर जारी रखूँगा जिसने मुझे इस स्तर तक पहुँचने का अवसर दिया है, मैं हमेशा इस पाग सम्मान की सभ्यता एवं शालीनता को बनाए रखूँगा” मेरे पिता स्वर्ण पदक विजेता एवं मैथिलि के प्रोफेसर थे, ऐसे में मैथिलि मेरे डीएनए में समाई हुई है. मैं हमेशा मैथिलि और मिथिला के लिए काम करना जारी रखूँगा जिसने मिथिला के इतिहास को गौरवशाली बनाया है,
रमाकांत चौधरी ने कहा. मैं डॉ बीरबल झा को ह्रदय से धन्यवाद देता हूँ कि वे मिथिला और मैथिलि के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं, उनका पाग बचाओ अभियान इतना ज्यादा प्रसिद्द एवं सराहनीय रहा जिसके फलस्वरूप भारत सरकार को पाग पर डाक टिकट जारी करने के लिए प्रेरित किया, रमाकांत ने कहा. अपने पेशे (पत्रकारिता) के साथ और अपने व्यस्त कार्यक्रम के उपरान्त रमाकांत चौधरी सामाजिक हितों के लिए हरदम काम करते हैं और गरीबों कि मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं, उन्होंने कई अवसरों पर भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई है, साथ ही श्री रमाकांत चौधरी कई अन्य कल्याणकारी गतिविधियों से जुड़े रहे हैं. रमाकांत चौधरी पूर्वांचल के लोगों की आवाज बनकर हरदम अग्रणी मोर्चे पर डटे रहते हैं. वह दिल्ली में रहते हैं लेकिन सामान रूप से अपने गृह नगर से भी जुड़े हुए हैं और वहां भी जरुरतमंदों की मदद करते रहते हैं.पाग सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए श्री रमाकांत चौधरी ने कहा कि मिथिलालोक फांउडेशन द्वारा लगातार मिथिला की संस्कृति बचाने के लिए कार्य किया जा रहा है यह हर मैथिल के लिए गर्व की बात है।इस समारोह को संबोधित करते हुए मिथिलालोक फांउडेशन के चेयरमैन डॉ बीरबल झा ने कहा कि पाग बचाओ अभियान के माध्यम से देश विदेश में रह रहें मिथिलावासी को अपने मूल संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस अभियान में मिथिला के हर वर्ग के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा पाग किसी जाती विशेश वर्ग का नही है।कार्यक्रम में मिथिलालोक फांउडेशन के उद्देश्य बताते हुए डॉ बीरबल झा ने कहा कि जीवन में सफल वही होता है जिसे अपनी संस्कृति पर गर्व होता है।
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