देश को एकसूत्र में पिरोने की क्षमता केवल हिंदी में : रघुवर दास - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

देश को एकसूत्र में पिरोने की क्षमता केवल हिंदी में : रघुवर दास

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रांची 14 सितम्बर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हिंदी को भारतीय संस्कृति की पहचान बताया और कहा कि देश को एकसूत्र में पिरोने की क्षमता केवल हिंदी में है। श्री दास ने आज यहां हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखने में हिंदी की अहम योगदान है इसलिए इस भाषा को समृद्ध बनाना सबका दायित्व है। भाषा, परंपरा और संस्कृति किसी भी देश की पहचान होती है। दुनिया में वही देश विकसित है, जो अपनी भाषा संस्कृति और परंपरा को बरकरार रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि हिंदी का प्रचार-प्रसार लगातार बढ़ रहा है। यह दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन गई है। उन्होंने कहा, “अंग्रेजी की मानसिकता से ऊपर उठकर हमें भारतीय भाषाओं को महत्व देना चाहिये। महात्मा गांधी ने कहा था कि अंग्रेजी एक समृद्ध भाषा है, इसे हम स्वीकार करते हैं। दूसरी भाषा सीखने में हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन हिंदी का स्थान सर्वोपरि होना चाहिए। आजादी के समय से ही हिंदी संपर्क और संवाद की भाषा रही। यह हमारा दुर्भाग्य है कि आज भी हिंदी दिवस साल में एक दिन मनाया जा रहा है। ऐसा करके हम अपनी जिम्मेवारियों से भाग नहीं सकते हैं। अपनी भाषा को लेकर हमें स्वाभिमान होना चाहिए।” 


श्री दास ने कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी प्राथमिकता दी है। ये भाषाएं झारखंड की पहचान हैं। इन्हें बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाये हैं। राज्य स्तरीय परीक्षाओं में इन भाषाओं को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां भी कुछ लोग हमारी परंपरा और संस्कृति को नष्ट करने में लगे हैं लेकिन सबको मिल कर उनके मंसूबों को पूरा होने नहीं देने का प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री ने सर्वश्रेष्ठ चयनित निबंध एवं लघुकथा के रचनाकारों को पुरस्कृत किया। सर्वश्रेष्ठ निबंध एवं लघु कथा के चयन के लिये गठित त्रिस्तरीय चयन समिति ने सरायकेला-खरसावां के आशुतोष कुमार चौधरी को ‘वस्तु एवं सेवाकर : एक कर, एक बाजार और एक राष्ट्र’ विषय पर निबंध लेखन के लिए चुना गया है। वहीं, लघु कथा लेखन के लिये गोड्डा की मीनाक्षी कुमारी और शुभम प्रिया को समान अंक प्राप्त हुए हैं। कार्यक्रम में प्रसिद्ध साहित्यविद् अशोक प्रियदर्शी सहित हिंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले लोगों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया । इस कार्यक्रम में राज्य निर्वाचन आयुक्त एन. एन. पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, कार्मिक एवं राजभाषा विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे समेत बड़ी संख्या में गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

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