रांची 14 सितम्बर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य से उग्रवाद को उखाड़ फेंकने के संकल्प को दुहराते हुए आज कहा कि बंगलादेशी घुसपैठियों पर उनकी नजर है और इस मुद्दे पर वह केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा करेंगे। श्री दास ने आज यहां ‘यूनीवार्ता’ से बातचीत के दौरान उनकी सरकार की 1000 दिन की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री श्री सिंह 22 सितम्बर को दुमका आ रहे हैं और उस दौरान बंगलादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर उनसे विस्तृत चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 सितम्बर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह झारखंड के तीन दिवसीय दौरे पर आएंगे और 15 सितम्बर को ही रांची के बिरसा मुंडा चौक से स्वच्छ सेवा संकल्प की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ सेवा संकल्प राज्यभर में 15 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की 1000 दिनों की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि लोगों का प्रशासन और सरकार में विश्वास फिर से लौट आया है। उन्होंने कहा कि 14 साल तक स्थानीय नीति के नाम पर लोगों ने सिर्फ मतपेटियां भरी हैं और यहां के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। लेकिन, उनकी सरकार ने राज्य में स्थानीय नीति लागू कर एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी है वहीं अगले छह महीने में रोजगार के 50 हजार नये अवसर सृजित किये जाएंगे। श्री दास ने कहा कि विकास वहीं होता है, जहां कानून का राज होता है। उन्होंने राज्य केे सभी पुलिसकर्मियों एवं सुरक्षा बलों को धन्यवाद दिया कि उनके प्रयास से राज्य में माओवादी घटनाओं में काफी कमी आयी है तथा पिछले 1000 दिनों में झारखंड में कहीं पर कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार कोई सरकार विकास की किरण लेकर लोहरदगा के पेसरार, चाईबासा के गुदड़ी और लातेहार के गारू एवं सरयू जैसे क्षेत्रों में पहुंची है। इन इलाकों में जहां कभी माओवादी जनता दरबार लगाया करते थे, आज वहां सरकार आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शीर्ष माओवादी नेताओं को चेतावनी देते हुये कहा कि या तो वे झारखंड छोड़ दें या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रवर्तन निदेशालय एवं अन्य एजेंसियों से बात कर रही है और जहां भी माओवादियों, अपराधियों तथा उनके परिवार के अन्य लोगों ने संपत्ति जमा की है, उन्हें जब्त किया जाएगा। श्री दास ने कहा कि उनकी सरकार ने पुलिस और सुरक्षा बलों को खुली छूट दी है कि वह एक अपराधमुक्त और माओवादमुक्त झारखंड का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता की भावना जागृत होने से ही देश आगे बढ़ेगा और जब तक राज्य के लोगों को अपने प्रदेश के लिए दर्द महसूस नहीं होगा, तबतक राज्य तरक्की नहीं कर पाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना होनी चाहिए लेकिन वह आलोचना स्वस्थ हो। उन्होंने कहा कि वह स्वच्छ आलोचना से घबराते नहीं है लेकिन विपक्ष को यदि दिन में भी अंधेरा दिखाई दे तो इसका कोई उपाय नहीं है। श्री दास ने कहा कि राज्य में पर्यटन की असीम संभावनायें हैं और राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाये हैं। राज्य में कृषकों की आमदनी दोगुणी हो, इसके लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों को दो-दो गाय दिये जा रहे हैं ताकि वे अपनी आमदनी बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुणी करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो संकल्प है, उसे वह इस राज्य में पूरा कर दिखाएंगे और इसके लिए कृषि के अलावा पशुपालन, मछलीपालन और बागवानी पर विषेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में धर्मांतरण कानून लागू किया गया है, जिससे जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में तात्कालीन कांग्रेसी सरकारों ने धर्मांतरण विधेयक लाया था। इसके बाद वर्ष 2003 में गुजरात में भी ऐसा ही विधेयक लाया गया इसलिए झारखंड यह विधेयक लानेवाला पहला राज्य नहीं है। श्री दास ने कहा कि मोमेंटम झारखंड में जो सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये, उसे अमली जामा पहनाने का काम होने लगा है और अब तक 95 कंपनियों ने निवेश शुरू कर दिया है। इनमें ओरिएंट क्राफ्ट ने अपना उत्पादन शुरू कर दिया है और उसके उत्पाद दुनिया के कई देशों को निर्यात किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले 10 वर्षों में झारखंड समृद्ध राज्यों की बराबरी में आ जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाईबासा के सारंडा के गुदड़ी इलाके में 79 गांवों में से केवल एक गांव में बिजली थी लेकिन उनके 1000 दिन के कार्यकाल में 79 में से 78 गांवों में बिजली उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि मन में जुनून और काम करने का आत्मबल हो तो कोई भी काम असंभव नहीं है और उनकी सरकार ने राज्य के विकास के लिए अनेक काम किये हैं। इसके अलावा देवघर, पारसनाथ, रजरप्पा और आंजनधाम को पर्यटन के आकर्षक केंद्र के रूप में विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं ताकि इस राज्य में अधिक से अधिक पर्यटक आ सकें। उन्होंने कहा कि पिछले 14 वर्षों की तुलना में पिछले 1000 दिन में राज्य में आनेवाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि तारापीठ, मलूटी, बासुकीनाथ और देवघर का सर्किट बनाया जा रहा है, जिससे पर्यटक आसानी से इन जगहों पर आ सकें और इसके लिए तारापीठ से मुफ्त बस सेवा उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा बोधगया से चतरा तक एक सर्किट बनाया जा रहा है, जिसके लिए बोधगया से राज्य सरकार नि:शुल्क बस सेवा उपलब्ध कराएगी।
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